अब मधेपुरा जिले में उन्नत 'श्री विधि' से धान की खेती का प्रयोग होगा जिससे किसानों को भरपूर राहत पहुँचने की संभावना है.इस विधि से खेती को बढ़ावा देने के लिए कल कृषि विज्ञान केन्द्र के सभागार में प्रसार कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया.कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य वैज्ञानिक डा० बी के जायसवाल ने किया जिसमे इस विधि से धान की खेती से सम्बंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गयी.
इस कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए.सबसे पहले इसमें कृषि विज्ञान केन्द्र को एक हजार एकड़,जिला कृषि पदाधिकारी को ९०० एकड़ एवं जीविका संस्था को ५५० एकड़ इस विधि से खेती करवाने का लक्ष्य दिया गया है.इसमें किसानों को मुफ्त किट दिया जाना है.इसके लिए प्रत्येक पंचायत से किसानों का
चयन किया जाएगा.किसान के चयन से पहले जिस पंचायत का इसके लिए चयन होना है उसे "श्री पंचायत" कहा जाएगा और उस किसान को "श्री किसान". श्री किसानों को लगातार प्रशिक्षण देते रहना होगा जिससे इस विधि से धान की उन्नत खेती सफलता पूर्वक की जा सके.
चयन किया जाएगा.किसान के चयन से पहले जिस पंचायत का इसके लिए चयन होना है उसे "श्री पंचायत" कहा जाएगा और उस किसान को "श्री किसान". श्री किसानों को लगातार प्रशिक्षण देते रहना होगा जिससे इस विधि से धान की उन्नत खेती सफलता पूर्वक की जा सके. इस अवसर पर जिला उद्यान पदाधिकारी महेश कान्त लाल, जिला कृषि परामर्शी मिथिलेश कुमार क्रान्ति,वैज्ञानिक रवीन्द्र कुमार जलज, डा० सुनील कुमार सिंह आदि भी कार्यक्रम में उपस्थित थे.मालूम ही की श्री विधि एक आजमाई हुई वैज्ञानिक विधि है और मधेपुरा जिले में इसकी सफलता इस जिले के किसानों के लिए निश्चित रूप से उन्नति का मार्ग खोलेगी.
श्री विधि से होगी धान की खेती:सुधरेगी किसानों की हालत
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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April 29, 2011
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April 29, 2011
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Scientists to sada se unnat kheti ki khoj karte rahe hai aur kjsano ko jyada paidawar ka lalach bhi dete rahe hai.Dukh to tab hota hai jab ye sunte hai ki fasal me daane gayab hai jyada pane ke lalach me hamesa nuksan hua hai. Inhi karno se vigyan ko abhishap bhi kaha gaya hai.
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