कालाजार पीडितों की संख्यां बढ़ी :डीडीटी सड़ा गोदाम में

ऐसे सड़ाया गया  था डीडीटी
रूद्र नारायण यादव/१९ अप्रैल २०११
जिले में कालाजार रोगियों की संख्यां में दिनोंदिन वृद्धि होती जा रही है.सदर अस्पताल मधेपुरा का कालाजार वार्ड इन दिनों खचाखच भरा हुआ दिखाई देता है.सिर्फ कल ही सदर अस्पताल मधेपुरा में कालाजार के ४९ रोगी दाखिल हुए थे,जिन्हें सूई भी दी जा रही है और स्लाइन भी चढाया जा रहा है.कुल मिलाकर जिले की स्थिति अभी ही नाजुक हो चली है जबकि अभी गर्मी का और बढ़ना तथा बरसात का आना भी बाक़ी ही है.चिकित्सकों के अनुसार कालाजार फैलने के कारणों में मक्खी,मच्छर आदि प्रमुख हैं.इनसे निपटने के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से डीडीटी का छिड़काव प्रति वर्ष किया जाता था.
            लेकिन इस बार इस मामले में स्थिति काफी दुखद रही.जिला प्रशासन और सदर अस्पताल की लापरवाही से करीब पांच सौ बोरा डीडीटी गोदाम में ही सड़कर बर्बाद हो गया. बताया जाता है कि उक्त डीडीटी के छिड़काव करने हेतु कर्मचारियों को भुगतान की जाने वाली राशि तक का अलॉटमेंट आ चुका था.पर कर्मचारियों को डीडीटी छिड़काव के लिए पैसे देने का प्रयास नही किया गया जिसकी वजह से लाखों रूपये मूल्य का  डीडीटी बर्बाद होकर छिडकने के लायक नही रह गया.(पढ़ें:लाखों का डीडीटी सड़ गया गोदाम में:कान में तेल डालकर सोता रहा प्रशासन) अब स्थिति ये है कि कालाजार अभियान की पोल खुल चुकी है.लोग इस बीमारी से परेशान हैं.यदि कालाजार से किसी की मौत होती है तो उसकी पूरी जिम्मेवारी सदर अस्पताल मधेपुरा को अपने ऊपर लेनी चाहिए.
कालाजार पीडितों की संख्यां बढ़ी :डीडीटी सड़ा गोदाम में कालाजार पीडितों की संख्यां बढ़ी :डीडीटी सड़ा गोदाम में Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 19, 2011 Rating: 5

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