इस अफवाह ने तो लोगों के होश उड़ा दिए

रूद्र नारायण यादव/ जनवरी २०११ 
खबर आई कि रेल मंत्रालय ने मधेपुरा के रेल इलेक्ट्रिक इंजन संयंत्र को स्थगित कर दिया है.जाहिर सी बात है इस खबर से लोगों की उम्मीद टूट गयी.रेल विद्युत इंजन कारखाने से सिर्फ मधेपुरा ही नही पूरे कोशी के लोगों में उम्मीद जगी थी.कारण स्पष्ट है,यह रेल संयंत्र परियोजना १८ हजार करोड़ रूपये की है जिसमे प्रतिवर्ष २५० ईलेक्ट्रिक इंजन के निर्माण का
प्रस्ताव था.दर्जनों सह-कल कारखानों की स्थापना से १० हजार लोगों को नौकरी और लाखों लोगों को रोजगार मिलने के अवसर पर इस खबर ने मानो पानी फेर दिया.रेलवे ने इस बाबत ११०० एकड़ भूमि का अधिग्रहण कर मुआवजा भी देना शुरू कर दिया था.फिर क्या ऐसा हुआ कि रेल  मंत्रालय ने इतना बड़ा निर्णय लेकर लाखों लोगों के मंसूबे पर पानी फेर दिया.

     
नक़्शे का अध्ययन करते रेल पदाधिकारी
अखबारों में ख़बरें पढकर मुझे  इच्छा हुई कि श्रीपुर चकला जहाँ इस पर काम चल रहा था,जाकर एक बार जायजा लूं.पहुँचने पर देखा कि तभी ही इंजीनियर तथा पदाधिकारियों की एक टीम स्थल पर पहुंची थी.मुझे लगा कि शायद सब कुछ समेटने की तैयारी में ये आए हुए हैं.पर बात करने पर ये स्पष्ट हुआ कि रेल संयंत्र परियोजना बंद करने की बात तो बिलकुल अफवाह है.अधिकारियों ने बताया कि हम नक़्शे के साथ काम को आगे बढ़ाने आये है न कि  बंद करवाने.उन्होंने बताया कि काम में गति लाया जाएगा ताकि जल्द से जल्द पूरा हो सके.लोगों ने जब बचे लोगों को मुआवजा मिलने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि तीन चार दिनों के अंदर ये काम भी कर लिया जायगा.अखबार में संयंत्र बंद होने से सम्बंधित छपी खबर पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए रेल अधिकारियों ने कहा कि ये जाने अखबार वाले.
         रेल संयंत्र बंद होने की खबर अफवाह जानकार  जहाँ लोग अब राहत महसूस कर रहे हैं वही मधेपुरा के विधायक प्रो० चंद्रशेखर कहते हैं कि यदि ये परियोजना रेल मंत्रालय बंद करती है तो हम संसद के सामने प्रदर्शन करेंगे क्योंकि यह न सिर्फ मधेपुरा को भारत के मानचित्र पर अंकित कराएगा बल्कि लाखों लोगों को रोजगार मिलने से इस क्षेत्र की खुशहाली भी बढ़ेगी.
इस अफवाह ने तो लोगों के होश उड़ा दिए इस अफवाह ने तो लोगों के होश उड़ा दिए Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 29, 2011 Rating: 5

3 comments:

  1. सचमुच ये बड़ी खबर हैं.....
    प्रेस वालो को खबर लिखने से पहले बातो को पूर्णतः जान लेना चाहये ......
    पता नहीं देश का चौथा स्तभ कहा जाने वाला पत्रकारिता किस गर्त मे जा रहा हैं

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  2. The Rail Project is a positive signal in Madhepura's development but not entirely in favour of its people. Have you realised that the Rail project does not mean any job for people of Madhepura in Class I, II or III category. So, we should expect and demand for it ?
    But the report of its closure is NOT entirely a Rumour. Therefore, I am seeking a RTI report on it.

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  3. This project is certainly going to bring more business and wealth to the people of Madhepura. So let us thank the person who should be credited for this project and let us also thank her for not scrapping the project

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