गिरफ्तार मोहन मंडल |
राकेश सिंह/१५ दिसंबर २०१०
मधेपुरा में पिछले दिनों चोरी की घटना में अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए लोगों का भरोसा पुलिस पर से उठ रहा था.परन्तु जिस तरीके से मधेपुरा पुलिस ने पिछले १८ नवंबर को न्यायालायकर्मी सुरेन्द्र मिश्रा के घर हुई चोरी का पर्दाफाश किया,वाकई काबिले तारीफ है.मालूम हो कि पिछले महीने हुई इस चोरी में चोर ने उस रात घर से लैपटॉप,मोबाइल व् जेवरात चुरा लिया था,जिस रात सुरेन्द्र मिश्रा सपरिवार ससुराल गए हुए थे.यह महज संयोग ही था कि चोरों ने भी उस रात चोरी से पहले 'निरहुआ चले ससुराल' नामक फिल्म देखी थी.फिल्म देखकर चोरों ने ताला काट कर सामान चुराया तथा चुराए गए मोबाइल में से 'सिम' निकाल कर वहीं फेंक दिया था.मधेपुरा थानाध्यक्ष अजय कुमार ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया और मामले की
तफ्शीस शुरू कर दी.संयोगवश उन्हें चुराए हुए मोबाइल का IMEI (International Mobile Equipment Identity) नंबर प्राप्त हो गया था.दरअसल इस कांड को बनमनखी व दमगरा(धमदाहा),दोनों जिला-पूर्णिया के दो चोरों मोहन मंडल तथा राजेश पोद्दार ने अंजाम दिया था.मोहन मंडल ने बाद में उस नोकिया के हैंडसेट जिसका IMEI नंबर 358013037069570 था,में युनिनोर का सिम लगाकर यूज करना शुरू कर दिया था.बस चोरों की यही चूक और मधेपुरा पुलिस की जानकारी ने चोरों को पकड़वा दिया.IMEI नंबर के आधार पर जब पुलिस ने उच्च तकनीक की सहायता लेकर प्रिंट आउट निकलवाया तो ये पता चला कि उक्त IMEI नंबर के मोबाइल में अभी जो सिम काम कर रहा है उसका मोबाइल नंबर 9122157056 है.फिर युनिनोर कंपनी से संपर्क करने पर पता चला कि उक्त सिम बनमनखी,पूर्णिया के मोहन मंडल के नाम से निर्गत है.पुलिस ने जब मोहन मंडल को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सब कुछ उगल दिया.दूसरा अपराधी राजेश पोद्दार फरार हो गया जिसकी खोज पुलिस अभी कर रही है.चोरों ने लैपटॉप को एक कबाड़खाने में बेच दिया था और कबाड़ख़ाने के मालिक ने भी एक अन्य व्यक्ति को इसे ५ हजार में बेच दिया तह जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है,अन्य सामान की भी बरामदगी कर ली गयी है.चोर पकड़ाने की इस घटना से लोगों का विश्वास फिर से पुलिस पर कायम होने लगा है और शायद अब चोरी की घटना में कमी हो सके.
तफ्शीस शुरू कर दी.संयोगवश उन्हें चुराए हुए मोबाइल का IMEI (International Mobile Equipment Identity) नंबर प्राप्त हो गया था.दरअसल इस कांड को बनमनखी व दमगरा(धमदाहा),दोनों जिला-पूर्णिया के दो चोरों मोहन मंडल तथा राजेश पोद्दार ने अंजाम दिया था.मोहन मंडल ने बाद में उस नोकिया के हैंडसेट जिसका IMEI नंबर 358013037069570 था,में युनिनोर का सिम लगाकर यूज करना शुरू कर दिया था.बस चोरों की यही चूक और मधेपुरा पुलिस की जानकारी ने चोरों को पकड़वा दिया.IMEI नंबर के आधार पर जब पुलिस ने उच्च तकनीक की सहायता लेकर प्रिंट आउट निकलवाया तो ये पता चला कि उक्त IMEI नंबर के मोबाइल में अभी जो सिम काम कर रहा है उसका मोबाइल नंबर 9122157056 है.फिर युनिनोर कंपनी से संपर्क करने पर पता चला कि उक्त सिम बनमनखी,पूर्णिया के मोहन मंडल के नाम से निर्गत है.पुलिस ने जब मोहन मंडल को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सब कुछ उगल दिया.दूसरा अपराधी राजेश पोद्दार फरार हो गया जिसकी खोज पुलिस अभी कर रही है.चोरों ने लैपटॉप को एक कबाड़खाने में बेच दिया था और कबाड़ख़ाने के मालिक ने भी एक अन्य व्यक्ति को इसे ५ हजार में बेच दिया तह जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है,अन्य सामान की भी बरामदगी कर ली गयी है.चोर पकड़ाने की इस घटना से लोगों का विश्वास फिर से पुलिस पर कायम होने लगा है और शायद अब चोरी की घटना में कमी हो सके.
क्या है ये IMEI नम्बर? IMEI नम्बर का फुल फॉर्म होता है-(International Mobile Equipment Identity) जो पन्द्रह या सत्रह अंक का एक कोड होता है जिसे हम अधिकाँश मोबाईल में *#06# दबा कर देख पाते हैं.ये किसी मोबाइल का नेटवर्क पर एक यूनिक पहचान देता है.और यही पहचान अब चोरी की गयी मोबाइल को पकड़ने में मदद करती है.एडवांस टूल्स का प्रयोग कर ये पता किया जा सकता है कि किसी खास IMEI नम्बर के मोबाईल में किस समय कौन से नेटवर्क का कौन सा सिम प्रयोग में लाया गया है.सिम नम्बर से मोबाइल नम्बर और मोबाइल नम्बर से उसके धारक का पता चलता है.https://www.numberingplans.com/?page=analysis&sub=imeinr पर लॉगिन कर IMEI नम्बर से किसी मोबाइल के डिटेल्स का पता किया जा सकता है. |
उच्च तकनीक से मधेपुरा पुलिस ने पकड़ा चोर
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 15, 2010
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