देखा जाए तो बस पैसे का यह खेल है.
इस game में हर बेटे का बाप शामिल होना चाहता है.
क्योंकि भैया हर कोई पैसा कमाना चाहता है.
जिन्हें होता है जिंदगी संग-संग बिताना
उन्हें तो होता है बस background में शर्माना
इस game में parents का lead role है
क्योंकि arrange marriage में भैया पैसे का मोल-जोल है.
हर मांग पूरी करनी पड़ती है,हर बात माननी पड़ती है.
तब ही बेटे वालों की जेबें भरती है.
यह एक business बन गया है आजकल
लड़के बिकाऊ है जैसे market में हो भिन्डी और परवल.
इस business में loss नहीं हमेशा gain है.
arrange marriage में Dowry ही main है.
और आज मैं कहना चाहती हूँ,
इस business को बढ़ावा देने वालों,हम सबको तुमपे shame है.
- प्रीति, मधेपुरा -
रविवार विशेष-कविता- Arrange Marriage
Reviewed by Rakesh Singh
on
October 10, 2010
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