संवाददाता /१६ मई २०१०
मुरलीगंज अरार थानान्तर्गत रेशना गाँव के मिड्डल स्कूल में पढ़ने गए इन बच्चों के माता-पिता ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि स्कूल से उज्ज्वल भविष्य का सपना लाने गए बच्चे जहरीली दालमोट लायेंगे और माता-पिता के सामने इनकी दर्दनाक मौत हो जायेगी.ये एक ही परिवार के तीन बच्चे थे जो सहरसा जिलान्तर्गत पतरघट ओ०पी० के पामा पंचायत के कबैया गाँव के थे.घटना १४ मई की है,
जब लालो शर्मा का १२ वर्षीय पुत्र बमबम, कारी शर्मा का ८ वर्षीय पुत्र पिंटू व अरुण शर्मा का ७ वर्षीय पुत्र अनुजीत कुमार शाम ४ बजे ट्यूशन पढ़ने बगल के गाँव रेशना स्थित मिड्डल स्कूल गए थे.बताया जाता है कि पढ़ कर लौटते समय एक अज्ञात महिला एवं दो लड़कियों ने रास्ते में बांसवारी के पास इन तीनों बच्चों को दालमोट खाने दिया.इन तीनों ने दालमोट खाया और कुछ दालमोट घर भी लाये तथा अनुजीत ने अपनी बहन मीना कुमारी (१४ वर्ष) व निर्मला(६ वर्ष) को भी वही जहरीली दालमोट अज्ञानतावश दिया. कुछ ही देर बाद स्कूल से लोटे तीनो बच्चों की हालत बिगाड़ने लगी और जब तक इन्हें डाक्टर के पास ले जाया जाता,रास्ते में ही इन्होने दम तोड़ दिया.बाद में खाई दोनों लड़कियों की भी स्थिति ठीक नहीं है.तीनों मृतक बच्चों की मौत के संबंध में पोस्ट मार्टम के बाद विसरा को रिपोर्ट हेतु सुरक्षित रख लिया गया है तथा सौबाजार थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है . मामले की गहन जांच की जा रही है कि क्या वास्तव में किसी ने इन्हें जहरीली दालमोट खिलाया या फिर इन्होने खुद ही खरीद कर खा लिया और डांट से बचने के लिए किसी का नाम लगा दिया.जो भी हो,आखिर दालमोट में जहर आया कहाँ से?यह तय है कि जिम्मेवार दोषियों की पहचान कर उन्हें दण्डित करना ही चाहिए ताकि ऐसे अन्य मासूमो की हत्या होने से रोका जा सके.
जब लालो शर्मा का १२ वर्षीय पुत्र बमबम, कारी शर्मा का ८ वर्षीय पुत्र पिंटू व अरुण शर्मा का ७ वर्षीय पुत्र अनुजीत कुमार शाम ४ बजे ट्यूशन पढ़ने बगल के गाँव रेशना स्थित मिड्डल स्कूल गए थे.बताया जाता है कि पढ़ कर लौटते समय एक अज्ञात महिला एवं दो लड़कियों ने रास्ते में बांसवारी के पास इन तीनों बच्चों को दालमोट खाने दिया.इन तीनों ने दालमोट खाया और कुछ दालमोट घर भी लाये तथा अनुजीत ने अपनी बहन मीना कुमारी (१४ वर्ष) व निर्मला(६ वर्ष) को भी वही जहरीली दालमोट अज्ञानतावश दिया. कुछ ही देर बाद स्कूल से लोटे तीनो बच्चों की हालत बिगाड़ने लगी और जब तक इन्हें डाक्टर के पास ले जाया जाता,रास्ते में ही इन्होने दम तोड़ दिया.बाद में खाई दोनों लड़कियों की भी स्थिति ठीक नहीं है.तीनों मृतक बच्चों की मौत के संबंध में पोस्ट मार्टम के बाद विसरा को रिपोर्ट हेतु सुरक्षित रख लिया गया है तथा सौबाजार थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है . मामले की गहन जांच की जा रही है कि क्या वास्तव में किसी ने इन्हें जहरीली दालमोट खिलाया या फिर इन्होने खुद ही खरीद कर खा लिया और डांट से बचने के लिए किसी का नाम लगा दिया.जो भी हो,आखिर दालमोट में जहर आया कहाँ से?यह तय है कि जिम्मेवार दोषियों की पहचान कर उन्हें दण्डित करना ही चाहिए ताकि ऐसे अन्य मासूमो की हत्या होने से रोका जा सके.
दालमोट में जहर- तीन बच्चे मरे
Reviewed by Rakesh Singh
on
May 16, 2010
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