प्रभात रंजन: सेल्फ स्टडी से बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर की परीक्षा में पाई सफलता

मधेपुरा से छात्रों को मिल रही लगातार सफलताओं में एक नया नाम प्रभात रंजन का है जिसने आईबीपीएस (इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सोनल) की बैंक पीओ की परीक्षा में सफलता हासिल कर एक बार फिर यह दर्शा दिया है कि छोटे जगह से भी बड़े लक्ष्य को आसानी से हासिल किया जा सकता है.
      जिले के घैलाढ़ प्रखंड के महुआ निवासी तथा वर्तमान में नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नं. 15 में रह रहे रिटायर्ड शिक्षक चंद्रभूषण सिंह तथा श्रीमती उषा कुमारी के सबसे छोटे पुत्र प्रभात रंजन का चयन आईबीपीएस के द्वारा बैंक ऑफ बड़ोदा के लिए प्रोबेशनरी ऑफिसर के रूप में हुआ है.
      15 अगस्त 1984 को जन्मे प्रभात रंजन की प्रारंभिक शिक्षा मधेपुरा जैसे छोटे शहर में हुई. वर्ष 1999 में जिला मुख्यालय के रास बिहारी हाई स्कूल से मैट्रिक पास करने के बाद वर्ष 2001 में प्रभात ने स्थानीय टी० पी० कॉलेज, मधेपुरा से इंटरमीडियट की परीक्षा फर्स्ट डिवीजन से पास की. पर्यटन के प्रति भी बचपन से रुझान की वजह से प्रभात ने वर्ष 2007 में बैचलर इन टूरिज्म मैनेजमेंट IITTM भुवनेश्वर से की और फिर इन्होने वर्ष 2008 में IISWBM कोलकाता से पीजी डिप्लोमा इन टूरिज्म मैनेजमेंट कोर्स पूरा किया.
      कभी टूरिज्म में अपना कैरिअर तलाश रहे प्रभात ने इंटरनेशनल ट्रेवल हॉउस बैंगलोर में लगभग 2.5 वर्ष जॉब भी किया पर बैंक अधिकारी बनने का सपना इन्हें तैयारी को और बेहतर करने के लिए बाध्य करता रहा और प्रभात बैंक में परिवीक्षाधीन पदाधिकारी की परीक्षा में शामिल होते रहे. और फिर तीसरे प्रयास में प्रभात ने उस लक्ष्य को पा ही लिया जिसे पाना बैंकिंग की तैयारी करने वाले हर छात्र का अंतिम सपना होता है.
      तैयारी करने के तरीके पर मधेपुरा टाइम्स से बात करते हुए प्रभात रंजन कहते हैं कि शुरू में मैंने भले ही इस परीक्षा के लिए कोचिंग की, पर अंत समय तक सेल्फ स्टडी को ही अपनी तैयारी का आधार बनाया.
      भुवनेश्वर में आठ मिनट तक चले इंटरव्यू में जहाँ ग्रैजुएशन के विषय पर आधारित कई प्रश्न पूछे गए थे वहीँ परिस्थिति पर आधारित भी कई प्रश्न बोर्ड के सदस्यों ने पूछा. प्रभात बताते हैं कि उनका एक प्रश्न हर व्यक्ति को जीवन में कुछ अलग करने को प्रेरित करेगा. एक सदस्य ने पूछा था कि क्या आपने जिंदगी में कोई ऐसा काम किया है जिससे कोई आपसे प्रभावित हुआ हो? प्रभात का जवाब था, हाँ.
      प्रभात की सफलता से जहाँ उनके माता-पिता समेत दोस्त और परिजन बेहद खुश हैं वहीँ उनकी नवविवाहिता पत्नी प्रीति सिंह कहती है कि मुझे इनकी काबिलियत पर पूरा भरोसा था.
      प्रभात रंजन की इस बड़ी सफलता पर उन्हें मधेपुरा टाइम्स परिवार की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं. 
(वि० सं०)
प्रभात रंजन: सेल्फ स्टडी से बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर की परीक्षा में पाई सफलता प्रभात रंजन: सेल्फ स्टडी से बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर की परीक्षा में पाई सफलता Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 03, 2015 Rating: 5

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