मुख्य पार्षद के खिलाफ 16 पार्षद हुए एकसाथ, पर क्या गिरेगी कुर्सी ?


मधेपुरा नगर परिषद् में विकास एक अहम मुद्दा तो हमेशा से रहा है, पर विकास के प्रति नगर परिषद् क्षेत्र के सभी 26 वार्ड पार्षद क्या सचमुच गंभीर हैं, ये उससे भी ज्यादा अहम है.
      मधेपुरा नगर परिषद् के मुख्य पार्षद विजय कुमार बिमल की कार्यशैली से क्षुब्ध इस बार 16 वार्ड पार्षद एक साथ आ गए हैं और उन्होंने नगर परिषद् के कार्यपालक पदाधिकारी को मुख्य पार्षद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लगाने के लिए बैठक बुलाने को एक आवेदन दिया है.
      इससे पूर्व असंतुष्ट वार्ड पार्षदों की एक बैठक आज पूर्व मुख्य पार्षद रविन्द्र यादव के आवास पर हुई जिसमें वर्तमान मुख्य पार्षद के कार्यों को गैर कानूनी एवं पक्षपातपूर्ण बताते हुए कहा गया कि मुख्य पार्षद विजय कुमार बिमल सदन में पार्षदों के बहुमत का विश्वास खो चुके हैं.
      वार्ड पार्षदों का आरोप था कि नगर परिषद् में बिहार नगरपालिका अधिनियम के तहत मासिक बोर्ड की बैठक तक नहीं बुलाई जाती है और कई वार्डों को निशाना बनाते हुए मुख्य पार्षद मनमाना तरीके से नाला, सड़क तथा अन्य निर्माण कार्य करते हैं. यही नहीं मुख्य पार्षद बिना बजट पास कराये ही कार्यों का टेंडर निकला कर कार्य निष्पादन करते हैं. आरोप यह भी लगाया गया कि बैठक में पारित प्रस्ताव के अनुसार 90 कूड़ादान की खरीद की जानी थी, जबकि बदले में 360 कूड़ादान की खरीद कर राशि का बंदरबांट कर लिया गया है.
      बैठक में जमा हुए वार्ड पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि नगरपालिका अधिनियम की धारा 53, 54 (2) (3) के अनुसार कोई भी वार्ड पार्षद के निकटतम रिश्तेदार निविदा में भाग नहीं ले सकते हैं, जबकि इस नियम की धज्जी उड़ाते हुए वार्ड नं. 24 तथा 25 में बने 73 लाख रूपये के नाला निर्माण के कार्य को अपने चहेते वार्ड पार्षद पति को संवेदक बनाकर सौंप दिया गया है.
      वार्ड पार्षद ध्यानी यादव, मुकेश कुमार आदि ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि नगर परिषद् क्षेत्र में गंदगी, कुव्यवस्था तथा भ्रष्टाचार पूरी तरह से व्याप्त है और मुख्य पार्षद इसपर कोई ध्यान नहीं देकर मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं. इसलिए उनके खिलाफ इस बार हम सब एकजुट होकर अविश्वास प्रस्ताव लगा रहे हैं और उन्हें हटाकर नया मुख्य पार्षद चुनेंगे. कार्यपालक पदाधिकारी को दिए आवेदन पर रामकृष्ण यादव, दुखा महतो, सुधा कुमारी, विशाल कुमार, रविशंकर यादव, रतन देवी, रहिला कौशर, रेशमा प्रवीण, अनीता श्रीवास्तव, कुमारी रूबी, कमला देवी, दीपक कुमार, निर्मला देवी, मुकेश कुमार, ध्यानी यादव तथा मुकेश कुमार मुन्ना के हस्ताक्षर मौजूद थे.

मुख्य पार्षद की प्रतिक्रिया: मधेपुरा नगर परिषद् के मुख्य पार्षद विजय कुमार बिमल ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें अभी तक इस बारे में अधिकृत सूचना नहीं दी गई है. यदि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है तो यदि उन्हें आवश्यक वार्ड पार्षदों का समर्थन नहीं मिलता है तो वे पद छोड़ने को तैयार रहेंगे और जिन्हें नया मुख्य वार्ड पार्षद चुनेंगे उन्हें वे शुभकामना देने को तैयार रहेंगे.

      अब नई परिस्थिति में क्या होता है ये तो समय बतलायेगा पर वर्तमान मुख्य पार्षद विजय कुमार बिमल के खिलाफ इनके पिछले कार्यकाल में जितने भी अविश्वास प्रस्ताव लाये गए थे, मतदान में सारे औंधे मुंह गिरे थे और मुख्य पार्षद ने अपना पिछला कार्यकाल पूरा किया था. यदि नगर परिषद् क्षेत्र में कई लोगों के बीच हो रही चर्चा पर यकीन करें तो इसबार भी अविश्वास प्रस्ताव में वोटिंग के दौरान कई वार्ड पार्षद बदल जाएँ तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी.
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मुख्य पार्षद के खिलाफ 16 पार्षद हुए एकसाथ, पर क्या गिरेगी कुर्सी ? मुख्य पार्षद के खिलाफ 16 पार्षद हुए एकसाथ, पर क्या गिरेगी कुर्सी ? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 10, 2014 Rating: 5

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