अंधा ‘धुंध’: कोहरे में डूबा मधेपुरा, जनजीवन अस्तव्यस्त

 |ए.सं.|24 दिसंबर 2013|
मधेपुरा में ठंड ने तो पहले ही दस्तक दे दी थी, पर आज मानो जिला ठहर गया हो. कोहरे ने मधेपुरा जिले को अपने आगोश में लपेट लिया और जनजीवन कुछ ही घंटे में पूरी तरह प्रभावित हो गया.
      सड़क पर जहाँ चंद कदम आगे भी दिखना बंद हो गया वहीँ वाहन मानो सुबह नौ बजे तक सड़कों पर रेंग रही थी. स्कूली बच्चे सड़क पर गिने-चुने ही नजर आ रहे थे तो शहर के कई स्कूलों ने भी बढते ठंढ को देखते स्कूलों को कल से 01 जनवरी 2014 तक के लिए बंद कर दिया है. पूरे कपड़ों में ही लोग बहार निकल रहे हैं तो उनी कपड़े बेचने वाले दुकानदारों के चेहरे पर चमक दिख रही है.
      जिंदगी का मजा लेने वाले लोग जहाँ गर्म नॉन-वेज खाने की प्लानिंग कर रहे हैं, वहीँ संवेदनशील कई लोग इस बात से डर रहे हैं कि कहीं ऐसा घना अंधा धुंध किसी दुर्घटना की वजह न बन जाए. 
      पर इन सबों के बीच लोग प्रशासन के द्वारा अलाव जलाने की आस धरे हैं. नेताओं-अधिकारियों-जनप्रतिनिधियों की करतूत से जिले में गरीबी तो घटी नहीं हैं, ऐसे में ठंढ से लोगों की जानें भी जा सकती है.
अंधा ‘धुंध’: कोहरे में डूबा मधेपुरा, जनजीवन अस्तव्यस्त अंधा ‘धुंध’: कोहरे में डूबा मधेपुरा, जनजीवन अस्तव्यस्त Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 24, 2013 Rating: 5

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