जिले की सभी शराब
की दुकानों का आज फिर से एक साल के लिए नया सेटलमेंट कर दिया गया है. जिला
समाहरणालय के सभागार में जिलाधिकारी उपेन्द्र कुमार, एडीएम राकेश कुमार तथा अन्य
प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों की उपस्थिति में आज जिले के कुल 107 शराब की दुकानों
में से 106 दुकानों के सेटलमेंट लिए नियमानुसार लॉटरी सिस्टम को आधार बनाया गया.
बचे एक के लिए आवेदन प्राप्त नहीं हुआ था.
उत्पाद निरीक्षक विजय कुमार ने मधेपुरा
टाइम्स को बताया कि कुल 106 दुकानों के लिए 56 समूह बनाये गए थे और एक व्यक्ति को
तीन दुकानों का लायसेंस देना था. दुकानों से सेटलमेंट में किसी प्रकार का कोई
विवाद नहीं हुआ.
इस बीच शराब के सेटलमेंट के मद्देनजर आज
कार्यालय खुलते ही समाहरणालय को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. समाहरणालय के
गेट को इन ‘सुशासन के कर्णधारों’ के लिए आम जनता के लिए बंद कर दिया गया. दूर-दराज से
समाहरणालय अपने काम से आये लोगों को निराश होकर लौट जाना पड़ा.
दूसरी तरफ कई दबंगों ने अलग-अलग
क्षेत्रों से अपने ही रबर स्टाम्प किस्म के लोगों को शराब की दुकानों के
लिए नामांकित कराया था. जाहिर सी बात है जिन्हें इस सेटलमेंट में सफलता मिली उनके
सौजन्य से आज चल रहा है कई जगह दौर-ए-दारू.
जिले में शराब की दुकानों का हुआ नया सेटलमेंट: आम जनता ताक पर
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 11, 2013
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