सभा में वक्ताओं ने दो जुलाई की रात सब्जी विक्रेता दिनेश दास और उनकी पत्नी भलिया देवी की निर्मम हत्या की कड़ी निंदा की। बताया गया कि रजनी इलाके में सिंलिंग वाली जमीन पर बड़ी संख्या में महादलित और आदिवासी रहते हैं, जिन्हें सरकार द्वारा भूमि का पर्चा भी मिला है। इसके बावजूद भूमाफियाओं का एक संगठित गिरोह यहां सक्रिय है, जो अब तक आधे दर्जन से अधिक हत्याएं कर चुका है। वक्ताओं ने दावा किया कि कॉ० राजेश हंसदा की हत्या भी इसी गिरोह द्वारा की गई थी, और आज तक उनका हत्यारा खुलेआम घूम रहा है।
सभा में आरोप लगाया गया कि मधेपुरा पुलिस प्रशासन नाकामी के चलते हत्यारों की गिरफ्तारी में नाकाम रही है। सीपीआई (एम) ने मांग की कि कांड संख्या 333/25 की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दी जाए, मृतकों के परिजनों को मुआवजा मिले और फंसाए गए निर्दोष लोगों पर से झूठे मुकदमे हटाए जाएं।
मौके पर रामपरी देवी, गणेश मानव, कमलेश्वरी साहू, गजेंद्र यादव, बैजनाथ यादव, अखिलेश कुमार व अनमोल यादव जैसे नेताओं की उपस्थिति रही।

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