दरअसल उतर बिहार के प्रसिद्ध देव घर कहे जाने वाले मधेपुरा के बाबा भोलेनाथ की नगरी सिंहेश्वर धाम में श्रावणी मेले की तैयारी जोरों पर है। आगामी श्रावणी मेले को लेकर बाबा भोलेनाथ की नगरी सिंहेश्वर धाम मंदिर परिसर में साफ सफाई की जा रही है. साथ ही दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं, डाक बम तथा कावरियों के लिए पंडाल आदि की व्यवस्था भी की जा रही है।
बता दें कि ग्रंथों के मुताबिक सिंहेश्वर धाम श्रृंगीऋषि की तपोभूमि भी है और सिंहेश्वर धाम मनोकामना लिंग के नाम से जाना जाता है। यहाँ जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से कुछ मन्नतें लेकर आते हैं तो उनकी मुरादें भी पूरी हो जाती हैं। बताया जा रहा है कि यहीं पर राजा दशरथ ने पुत्र प्राप्ति को लेकर पुत्रेष्ठी यज्ञ किया था. जिसके बाद उन्हें एक साथ चार पुत्र की प्राप्ति हुई थी। खासकर श्रावणी मेले में बिहार हीं नहीं बल्कि पड़ोसी देश नेपाल के अलग अलग क्षेत्रों से भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और बाबा भोलेनाथ पर पर जलाभिषेक कर पूजा अर्चना करते हैं।
वहीं आगामी श्रावणी मेले की तैयारी को लेकर मधेपुरा डीएम तरणजोत सिंह ने बताया कि श्रावणी मेला का आयोजन आगामी 16 जुलाई से होना सुनिश्चित है. धार्मिक मान्यता के साथ श्रद्धालु और डाक बम काँवर लेकर बाबा नगरी सिंहेश्वर धाम आते हैं और पूजा अर्चना करते हैं उनके लिए हम सभी तैयारी पूर्ण कर लिए हैं. मंदिर परिसर सहित शिव गंगा तालाब की साफ सफाई तथा पंडालों की व्यवस्था को लेकर नगर परिषद के अधिकारीयों को निर्देशित भी किया जा चुका है। इस मामले मे हम और एसपी डॉक्टर संदीप सिंह ने मंदिर परिसर का जायजा भी लिया है। श्रावणी मेले में आने वाले दूरदराज के डाक बम और काँवरियो के आलावे अन्य श्रद्धालुओं के लिए सुगम व्यवस्था हेतु संबंधित अधिकारियों को आदेश निर्गत भी किया गया है। साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को भारी संख्या में मजिस्ट्रेट व पुलिस बलों की तैनाती हेतु निर्देशित किया गया है ताकि सुरक्षा व्यवस्था चुस्त दुरुस्त हो सके।
उन्होंने ट्रैफिक मामले को लेकर बताया कि हर साल की भांति इस साल भी नारियल बोर्ड के समीप वाहन का ठहराव पॉइंट चिन्हित किया गया है और यहीं से ट्रैफिक मामले में वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं हो सके।

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