जिला स्वास्थ्य समिति, मधेपुरा द्वारा जारी आदेश के अनुसार, सेवा संहिता के उल्लंघन के आरोप में डॉ. संजीव कुमार को दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से उनके स्थान पर डॉ. वरुण कुमार को अस्थायी रूप से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। आदेश में यह भी निर्देश दिया गया है कि डॉ. वरुण कुमार एक सप्ताह के भीतर कार्यभार ग्रहण कर स्वास्थ्य केंद्र के संचालन को सुचारु रूप से सुनिश्चित करें।
जांच रिपोर्ट में कई गंभीर लापरवाहियाँ उजागर
स्वास्थ्य विभाग की जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि 30 जून की सुबह करीब 7:30 बजे रजनी गांव निवासी राहुल कुमार की पत्नी दुर्गा कुमारी को प्रसव के लिए मुरलीगंज सीएचसी में भर्ती कराया गया था। लेकिन उपचार में लापरवाही के चलते दोपहर 12:55 बजे नवजात की मृत्यु हो गई।
रिपोर्ट के अनुसार, घटना के समय प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार अस्पताल में उपस्थित नहीं थे। समय पर कोई चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध नहीं कराई गई, जिससे नवजात की जान नहीं बचाई जा सकी। समिति ने डॉ. संजीव कुमार को कर्तव्य में घोर लापरवाही, ड्यूटी से अनुपस्थिति और अस्पताल प्रबंधन में विफलता का जिम्मेदार ठहराया है।
परिजनों ने किया था हंगामा, दर्ज कराई थी शिकायत
घटना के बाद मृत नवजात के परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में जोरदार हंगामा किया और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग ने एक विशेष जांच समिति गठित की थी, जिसने कुछ ही दिनों में रिपोर्ट सौंप दी।
जांच में दोष सिद्ध होने के बाद विभाग ने यह कार्रवाई करते हुए एक सख्त संदेश दिया है कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और स्वास्थ्य सेवाओं में जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी।

No comments: