डॉ. कुमार ने बताया कि मामले की जांच के लिए चिकित्सकों की दो सदस्यीय टीम गठित की गई, जिसमें डॉ. अलका कुमारी और डॉ. राजेश कुमार को शामिल किया गया। जांच रिपोर्ट में प्रसव के दौरान ड्यूटी पर तैनात दो एएनएम (जयंती कुमारी एवं आशा कुमारी) और दो ममता कर्मी (रीता कुमारी एवं कंचन कुमारी) की लापरवाही सामने आई। बताया गया कि सभी प्रसव के समय ड्यूटी से गायब थीं।
चिकित्सा प्रभारी ने तत्काल प्रभाव से दोनों एएनएम का स्थानांतरण कर दिया और दोनों ममता कर्मियों को भी कार्यमुक्त करते हुए अन्यत्र भेज दिया।
गौरतलब है कि रजनी गोठ वार्ड संख्या-11 निवासी राहुल कुमार ने अपनी गर्भवती पत्नी दुर्गा कुमारी को सोमवार तड़के करीब 3 बजे सीएचसी मुरलीगंज में भर्ती कराया था। दोपहर लगभग 12:40 बजे प्रसव के दौरान पुत्र का जन्म हुआ, लेकिन कुछ देर बाद नवजात की मौत हो गई।
राहुल कुमार का आरोप है कि जन्म के बाद बच्चा स्वस्थ था, लेकिन प्रसव के समय न तो कोई डॉक्टर मौजूद था और न ही कोई स्वास्थ्यकर्मी। उनकी पत्नी पीड़ा से कराहती रही, पर कोई देखने नहीं आया। अगर समय पर चिकित्सकीय देखरेख होती, तो बच्चे की जान बचाई जा सकती थी।
उन्होंने सीएचसी प्रभारी को लिखित शिकायत देकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 01, 2025
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