कार्यक्रम की शुरुआत विधिवत रूप से गणेश वंदना से की गई। गणेश वंदना के बाद कटिहार से पधारे सुप्रसिद्ध भजन गायक रवि अग्रवाल और गायिका रेणु शर्मा ने 'जय हनुमान ज्ञान गुन सागर' और 'संकट मोचन हनुमान अष्टक' की सुमधुर प्रस्तुति देकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वहीं गुलाबबाग से आए विकास शर्मा और वंश गोयल ने श्रीराम-हनुमान भक्ति गीतों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया। कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किए, जिस पर उपस्थित श्रद्धालु देर रात तक झूमते और जयकारा लगाते रहे।
जागरण कार्यक्रम में विशेष आकर्षण के रूप में झारखंड से आई झांकी टीम ने 'कृष्ण-सुदामा मिलन', 'अशोक वाटिका', 'लंका दहन' और 'श्रीराम रावण युद्ध' की जीवंत झांकियां प्रस्तुत कीं। इन झांकियों ने रामायण के प्रमुख प्रसंगों को मंच पर जीवंत कर दिया। झांकियों के दौरान भगवान श्रीराम, माता सीता, हनुमान जी, रावण, विभीषण आदि पात्रों की सुंदर प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया। जब लंका दहन की झांकी प्रस्तुत की गई, तो सारा माहौल 'जय बजरंगबली' के जयकारों से गूंज उठा।
इस अवसर पर शहर व आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु व भजन प्रेमी एकत्रित हुए। आयोजन समिति की ओर से श्रद्धालुओं के लिए भोग प्रसाद और जलपान की भी व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम में नगर के गणमान्य लोगों सहित सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया। आयोजन समिति के अध्यक्ष ने बताया कि यह भक्ति जागरण हर वर्ष हनुमान जन्मोत्सव पर आयोजित किया जाता है और श्रद्धालुओं का भरपूर स्नेह व सहयोग मिलता है। उन्होंने सफल आयोजन के लिए सभी कलाकारों, झांकी कलाकारों और श्रद्धालुओं का आभार प्रकट किया।
समापन पर हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ कर देश, समाज और नगर के कल्याण की कामना की गई। श्रद्धालुओं ने आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा की और अगले वर्ष फिर भव्य आयोजन की कामना की।

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