शिष्टमंडल में अध्यक्ष डॉ एसएन यादव, उपाध्यक्ष डॉ आरके पप्पू एवं सचिव राकेश रंजन शामिल रहे। जानकारी दी गई कि कार्यपालक अभियंता ने बताया कि मेडिकल कॉलेज एवं इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर के भीतर पेयजल की व्यवस्था उनके क्षेत्राधीन नहीं आता हैं। इन संस्थानों को खुद के आंतरिक स्रोत से करना होगा। इसमें अगर इन संस्थानों को तकनीकी सहयोग चाहिए तो विभाग द्वारा पूरा उपलब्ध कराया जाएगा। इन्होंने कहा कि संबंधित संस्थानों के द्वारा मांगे जाने पर एस्टीमेट से लेकर सारा तकनीकी सहयोग उपलब्ध करा दिया जाएगा।
वहीं सिंहेश्वर में बाधित जलापूर्ति के संबंध में बताया कि मोटर जल गया है। वहां जल्द जलापूर्ति प्रारंभ कर दिया जाएगा। सिविल सोसाइटी ने कार्यपालक अभियंता को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि सिंहेश्वर प्रखंड के जज़हट सबैला पंचायत स्थित मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज एवं विवि नॉर्थ कैंपस में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति नहीं है। इससे इस क्षेत्र के आमलोगों सहित इन तीनों संस्थाओं के छात्र शिक्षक को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस क्षेत्र में तीन प्रमुख संस्थान रहने के बावजूद शुद्ध पेयजल की आपूर्ति नहीं होना काफी दु:ख की बात है। इस क्षेत्र के पेयजल में आयरन की मात्रा काफी अधिक है। दिसंबर 2024 में कराई गई पानी की टेस्ट रिपोर्ट में आयरन एवं टर्बिडिटी की मात्रा काफी अधिक पाई गई है। जिला स्तरीय लेबोरेट्री बांका से दिसंबर 2024 में कराई गई पानी की रिपोर्ट में आयरन 6 गुना अधिक पाई गई। वहीं टर्बिडिटी की मात्रा 10 गुना से अधिक पाई गई। वहीं सिंहेश्वर बाजार क्षेत्र में विभाग द्वारा की जा रही जलापूर्ति में अक्सर परेशानी उत्पन्न होते रहती है।अभी भी विगत चार दिनों से पानी की आपूर्ति बिल्कुल बंद है। इससे पहले पानी की गुणवत्ता की शिकायत अक्सर आते रही है। यहां की अधिकांश घरों में पीएचईडी के पानी की आपूर्ति होती है। आपूर्ति बाधित रहने से आमजनों की समस्या बढ़ी हुई है।
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 25, 2025
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