छात्र संगठनों के द्वारा आज दिन भर विश्वविद्यालय के पदाधिकारी से कई राउंड बातचीत के बाद बातचीत असफल होने पर छात्र संगठन एनएसयूआई, छात्र राजद, छात्र जदयू, एआईएसएफ, आइसा के द्वारा संयुक्त रूप से बीएन मंडल विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर कुलपति का पुतला फूंका. आक्रोशित छात्र नेताओं ने साफ लहज़े में कहा कि किसी भी सूरत में कुलपति दीक्षांत समारोह से पहले निलंबन वापस करें. छात्रों का रजिस्ट्रेशन पत्र निर्गत करें और गाइड बहाल करें नहीं तो कुलपति अपना बोरिया बिस्तर बांध ले.
एनएसयूआई के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार ने कहा कि बीएन मंडल विश्वविद्यालय के 33 वर्ष के इतिहास में पहली बार किसी छात्र नेता के द्वारा आत्मदाह के लिए राष्ट्रपति को आवेदन दिया गया है, जो अपने आप में ही बिल्कुल दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है और विश्वविद्यालय के कुलपति समेत अन्य पदाधिकारी के लिए भी दुखद पल ही नहीं बल्कि कलंक है. किसी भी आंदोलनकारी छात्र नेता का काम ही है छात्रों के लिए सवाल उठाना और छात्रों के न्याय अधिकार के लिए लड़ना. इस लिए विश्वविद्यालय प्रशासन तानाशाही रवैया बंद करें.
छात्र राजद के विश्वविद्यालय अध्यक्ष सोनू यादव ने कहा कि वर्तमान कुलपति तानाशाही के हद को पार कर दिए हैं. विश्वविद्यालय से छात्र संगठन को खत्म करने के लिए इस तरह का प्रहार किया है. हम किसी भी सूरत में अपने साथी के न्याय के लिए अंतिम दम तक लड़ेंगे क्योंकि मधेपुरा सामाजिक न्याय की धरती रही है. यहां छात्र नेताओं के साथ अन्याय हम लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे. छात्र जदयू के विश्वविद्यालय अध्यक्ष निखिल सिंह यादव ने कहा कि दो शोधार्थी छात्र नेताओं का आत्मदाह के लिए राष्ट्रपति से सहमति मांगना निश्चित रूप से बीएन मंडल विश्वविद्यालय प्रशासन पर एक प्रश्न चिन्ह है. छात्र जदयू दोनों छात्र नेताओं के साथ मजबूती से खड़ा है और माननीय मुख्यमंत्री को भी इस मामले से अवगत कराया जाएगा. कुलपति की मनमानी चरम पर है. समय रहते कुलपति संभल जाए नहीं तो एक बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहें.
वहीं एआईएसएफ के छात्र नेता प्रभात रंजन ने कहा कि अरमान अली और मौसम कुमारी का आत्मदाह के लिए निर्णय लेना मधेपुरा के सामाजिक न्याय की धरती को एक बड़ा चुनौती है. कुलपति अपने मनुवादी और सामंतवादी सोच से बी एन मंडल विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं पर अत्याचार कर रहा है. कुलपति समय रहते निलंबन वापस करें नहीं तो महामहीम कुलाधिपति का घेराव दीक्षांत समारोह के दिन करेगा. आइसा के जिला सचिव पावेल कुमार ने कहा कि दो छात्र नेता अरमान अली मौसम प्रिया के आत्मदाह का निर्णय सभी छात्र नेताओं के लिए एक बड़ी चुनौती है. विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र संगठन को हल्के में ना ले नहीं तो आर पार का आंदोलन होगा. बीएन मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा के अस्तित्व बचाने की अब लड़ाई बन चुकी है. हम अपने साथी के न्याय के लिए अंतिम दम तक लड़ेंगे.
कुलपति के पुतला दहन कार्यक्रम में छात्र जदयू सहरसा के पूर्व जिला अध्यक्ष एडवोकेट गौरव बंटी, सनोज यादव, छात्र राजद के नीतीश यादव, शैलेन्द्र कुमार, राजा कुमार, प्रशांत प्रभाकर,आइसा के एजाज अख़्तर, राजकिशोर आदि मौजूद रहे.

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