कई स्थानों पर इसमें शामिल श्रद्धालुओं के स्वागत में भक्तों ने पुष्पों की वर्षा भी की. इस दौरान श्याम नाम के जयघोष से वातावरण गूंजता रहा. श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद, जल, दूध, फल आदि का वितरण भी किया गया और रंगों की होली खेली गई. अश्वरथ पर सवार बाबा श्याम की झांकी का अभिनंदन किया गया. इनके साथ आये सहयोगियों द्वारा कृष्ण-राधा के रूप में रास, नृत्य, भजनों की मनोहारी प्रस्तुति दी गयी.
निशान यात्रा के क्रम में सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस और प्रशासन के लोग तत्पर रहे. आयोजक मंडल के सदस्य आनंद प्राणसुखका, पप्पू सुलतानियाँ ने बताया कि राजस्थान के खाटू के श्याम बाबा का यहां प्रति वर्ष समाज द्वारा पूजा अर्चना किये जाने की एक परंपरा चली आ रही है. पद यात्रा में शामिल श्याम सरकार सभी के हर बिगड़े कार्य बना देते हैं. भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. बाबा हारे का सहारा है. इसलिए सभी भक्त श्याम मंदिरों में अपनी मनौतियां मांगते हुए निशान चढ़ाते हैं. उन्होंने बताया कि जीवन सदन में शाम 6 बजे से देर रात प्रभु इच्छा तक भजनों की अमृत वर्षा होगी. महोत्सव का मुख्य आकर्षण क्रमशः, भव्य दरबार, आलौकिक श्रृंगार, इत्र वर्षा, छप्पन भोग, अखण्ड ज्योत, विशाल संकीर्तन होगा. इस दौरान कोलकाता, दिल्ली, बनारस से आये कलाकार दरबार यहाँ हाजिरी लगाएंगे.

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