कार्यक्रम की शुरुआत होम्योपैथिक दवा के जन्मदाता डा. हेनिमेन के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात की गई । इस मौके पर कंपनी के मैनेजर मिस्टर दीपांकर विश्वास, मधेपुरा जिला के एसबीएल वितरक पीयूष होमियो हॉल बिहारीगंज तथा श्याम कुमार पाठक के द्वारा होम्योपैथिक एक संजीवनी बूटी विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि अगर कुछ साल और जन्मदाता जीवित रहते तो होम्योपैथिक में और कई क्रांतिकारी परिवर्तन होता।
मौके पर डा.विजय कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि होम्योपैथिक चिकित्सा प्रणाली इतनी सूक्ष्म है कि अगर इस चिकित्सा विज्ञान का इस्तेमाल सही तरीके से एवं गहन अध्ययन से किया जाए तो बड़ा से बड़ा रोग चमात्कारिक तरीके से ठीक हो सकता है। इस मौके पर डॉ विजय कुमार, डा. मानिकचंद भगत, डॉ गोविंद मंडल, डॉ. प्रमोद, डा.आजाद, डॉ.रंजन गुप्ता, डॉ.अंसार आलम, डॉक्टर हीरा, डॉ विनय कुमार, डॉ. विवेक कुमार, डॉ आर्यन शाह के अलावे अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।
(रिपोर्ट: रानी देवी)

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