मधेपुरा जिले के गम्हरिया पुलिस ने सोमवार की शाम छापामारी कर 100 ग्राम स्मैक के साथ 5 कारोबारी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है । एक भागने मे रहा सफल, बरामद स्मैक का अनुमानित मूल्य लाखों में बताया जाता है। स्मैक कारोबारी का सम्बन्ध अन्तरजिला गिरोह है।
एसपी संदीप सिंह ने मंगलवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते बताया कि जिले मे खास कर युवा को नशे की चपेट मे लाने की एक बड़ी साजिश चल रही है, गम्हरिया में नरेश कुमार यादव की दूकान में स्मैक और मादक पदार्थ का एक बना है, ऐसी सूचना गम्हरिया पुलिस को मिली थी. साथ ही जिले के आसपास के इलाके में स्मैक कारोबारी स्मैक के छोटे छोटे पुड़िया बनाकर बेचने का कारोबार कर रहे हैं.
सूचना पर पुलिस इस पर पूरी नजर बनाये हुए थी । सोमवार को गम्हरिया पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि स्मैक कारोबारी गम्हरिया बाजार के भागवत चौक के पास नरेश कुमार यादव के गोदरेज व बक्सा दूकान के पास स्मैक की डिलेवरी के लिए आए हैं । थानाध्यक्ष ने तत्काल सूचना के सत्यापन के लिए रेकी करायी तो मामला सत्य पाया । सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते एसडीपीओ प्रवेन्द्र भारती के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गठित किया जिसमें थानाध्यक्ष गम्हरिया संतोष कुमार गुप्ता, पुअनि मनोज कुमार सिंह, कन्हैया कुमार, प्रशिक्षु पुअनि रोशन कुमार, सुनील कुमार, पुलिस बल अवधेश कुमार मनोहर कुमार, सहित अन्य पुलिस बल शामिल करते कार्रवाई का आदेश दिया गया ।
एसपी श्री सिंह ने बताया कि पुलिस ने सूचना स्थल की घेरा बंदी की कि स्मैक कारोबारी की नजर पुलिस पर पड़ी तो वे भागने लगे. लेकिन पुलिस की घेराबंदी के सामने उनका प्रयास विफल और पुलिस ने खदेड़कर सभी को पांच कारोबारी को धड़ दबोच लिया ।
पकड़ाए गये कारोबारी से बरी-बारी से नाम पता पूछने पर सुपौल जिले के चौधारा के नरेश यादव, जिले के धैलाढ़ के कमलपुर गांव के रोहित कुमार, सुपौल जिले के राधोपुर थाना के सिमराही के परसमा गांव के राजा कुमार, मनीष कुमार और सहरसा वार्ड नंबर 21 के दिलखुश झा बताये ।
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार युवक की तलाशी मे 100 ग्राम स्मैक जैसा पदार्थ, इलेक्ट्रॉनिक तराजू, एक लाख 7 हजार 500 रूपया नगद, तीन बाइक, 6 मोबाईल बरामद हुआ । उन्होने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ आपराधिक मामले को खंगाला जा रहा है।
एसपी ने बताया कि मादक पदार्थ के कारोबारी का अन्तर जिला गिरोह से सम्बन्ध होने की बात सामने आई है। उन्होने बताया कि धंधा मोबाईल के जरिये करने की बात सामने आयी है। मादक पदार्थ कहां से आ रहा है और इस कारोबार में कौन कौन लोग शामिल हैं, पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। उन्होने कहा कि बरामद स्मैक जैसा पदार्थ की गुणवत्ता पर इसके मूल्य का निर्धारण होता है. इसकी गुणवत्ता की जांच विधि प्रयोगशाला द्वारा होती है. वैसे बरामद पदार्थ का औसतन 7 से 20 लाख आंकलन किया जाता है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एएसपी प्रवेन्द्र भारती, थानाध्यक्ष गम्हरिया सन्तोष कुमार गुप्ता सहित अन्य शामिल थे।
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