मालूम हो कि बहाली का विज्ञापन 2011 में निकाला गया था और फिर 11 वर्ष बाद 2022 में दौड़ का आयोजन हुआ लेकिन अभी तक मेरिट लिस्ट जारी नहीं किया गया. जिसको लेकर होमगार्ड अभ्यर्थीयों में रोष है और बीते आठ दिनों से अनिश्चित कालीन धरना पर बैठे हुए हैं.
एनएसयूआइ जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने दर्जनों एनएसयूआई कार्यकर्ता के साथ धरनास्थल पर पहुंचकर आंदोलनरत होमगार्ड अभ्यर्थी को समर्थन दिया. धरना को संबोधित करते हुए एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि बीते आठ दिनों से होमगार्ड अभ्यर्थी धरने पर बैठे हुए है लेकिन जिला प्रशासन द्वारा कोई सकारात्मक पहल नहीं किया जाना तानाशाही है. उन्होंने कहा कि ग्यारह वर्ष की अवधि बहुत अधिक समय है. जिला प्रशासन के संवेदनहीनता के कारण 622 युवाओं का कीमती समय बर्बाद हुआ है. इसका जिम्मेवारी कौन लेगा. आज अभ्यर्थियों के परिवार के पालन-पोषण का संकट आ गया है. 11 वर्ष इंतजार के बावजूद भी केवल आश्वासन ही मिल रहा है.
जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि अगर जिला प्रशासन द्वारा अविलंब सकारात्मक पहल नहीं किया जाता है तो एनएसयूआई होमगार्ड अभ्यर्थी के समर्थन में चरणबद्ध आंदोलन करेगी. जिसकी सारी जिम्मेवारी जिला प्रशासन की होगी. किसी भी प्रकार की तानाशाही को बर्दास्त नहीं किया जाएगा.
मौके पर एनएसयूआई विश्विद्यालय अध्यक्ष नीतीश यादव, जिला सचिव सोनू कुमार, कृष्णमोहन, निरंजन, ज्योतिष, सुमन कुमार, मिथलेश कुमार, अंकेश कुमार, लाल बहादुर, नीतीश कुमार, अमरदीप कुमार, आशीष कुमार, अजय कुमार, निरंजन कुमार आदि एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे.

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