नामजद में स्थानीय मुखिया सुरेंद्र प्रसाद यादव, इनके दो पुत्र सिटू यादव उर्फ सत्यजीत यादव और मिट्ठू यादव उर्फ अजित यादव और आजाद पासवान शामिल हैं. केस दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. मृतका की पति की माने तो उसकी निजी जमीन होकर सड़क नहीं बनवाने दिया, तो मुखिया ने अपने पुत्रों और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया.
प्राथमिकी में मृतका के पति वीरेंद्र यादव ने कहा है कि उसकी दो पत्नी है. पहली पत्नी सुनिता देवी शिवनगर जमुवाहा वार्ड- 5 स्थित घर पर अपने 2 बच्चों के साथ रहती है. जबकि दूसरी पत्नी ननकी देवी उर्फ फूलकुमारी शिवनगर जमुवाहा वार्ड-8 स्थित कामत पर रहती थी. दूसरी पत्नी से प्रेम प्रसंग में शादी हुई थी. उसका कहना है कि वह ज्यादातर दूसरी पत्नी ननकी देवी उर्फ फुलकुमारी के साथ कामत पर ही रहता था. खेती किसानी कर दोनों पत्नी का भरण-पोषण कर रहा है. दूसरी पत्नी ननकी देवी 3 माह की गर्भवती थी. उसका कहना है कि एक माह पूर्व उसकी खेत होकर वर्तमान मुखिया सुरेंद्र प्रसाद यादव सड़क निर्माण कार्य करवाना चाहते थे. ऐसा करने से वीरेंद्र ने रोका, तो मुखिया ने धमकी देते हुए कहा था कि तुमको दिखा देंगे. पीड़ित का कहना है कि गोली चलने वाली रात गोली की आवाज सुनकर वीरेंद्र ने लाइट जलाया तो देखा कि वर्तमान मुखिया सुरेंद्र प्रसाद यादव और इनके दो पुत्र क्रमशः सिटू यादव उर्फ सत्यजीत यादव, मिट्ठू यादव उर्फ अजित यादव और आजाद पासवान व 2-3 अज्ञात लोग अपने हाथ में हथियार लेकर खड़े थे. लाइट के रोशनी में उसे देखते ही बोला कि असली आदमी बच ही गया है. इतना कहते ही आजाद पासवान उर्फ श्याम पासवान मेरे उपर भी गोली चला दी, जो उसकी बांये हाथ के बाजू में लगी. गोली की आवाज पर ग्रामीणों को आता देख वे लोग भाग गए. फिलहाल उसका इलाज जेएनकेटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमर्जेंसी वार्ड में चल रहा है.
घटना के सम्बन्ध में बेलारी ओपी प्रभारी दीपकचंद्र दास ने बताया कि मृतका के पति वीरेंद्र यादव के फर्द बयान पर थाने में 7 लोगों के विरुद्ध थाने में केस दर्ज कर लिया गया है. मामले में अग्रेतर समुचित कार्रवाई की जा रही है.
(रिपोर्ट: मीना कुमारी/ मधेपुरा टाइम्स)

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