उन्होंने कहा कि अगर आप जीवन में बिगाड़ी बात बनाना चाहते हैं तो सत्संग में जरूर शामिल हो। उन्होंने कहा परमात्मा सृष्टि के कण में है। सबरी ने संसार के लोगो को प्यार दिया। और निस्वार्थ प्रेम की गाथा लिखी। भगवान निर्गुण और सगुण में कोई अंतर नही रखते हैं। भगवान शिव ने पार्वती से कहा जो गुरु की प्रतिमा को पत्थर समझते हैं, गुरु का अनादर करते हैं ऐसा समझने वाला सदा नरक में जाता है। संतसंग से संतो का सानिध्य प्राप्त होता है जो मोक्ष का द्वार खोल देता है।
संतमत सत्संग में अचानक उमड़ी भीड़ को संभालने में आयोजकों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही थी। इस बाबत कमरगामा के पंसस मनीष कुमार ने बताया कि आज पहले दिन लगभग 10 हजार लोगों ने सत्संग का आनंद लिया। और 7 हजार सत्संग प्रेमी भंडारा में शामिल हुए। मुखिया जय कृष्ण शर्मा ने बताया कि पिछले 4 माह से इस दो दिवसीय संत मत सत्संग की तैयारी हो रही है। इस सत्संग में दूर दूर से सत्संग प्रेमी पहुंचे हैं। इस सत्संग की सफलता में समस्त ग्रामीण और खास कर कमरगामा के युवाओं ने अहम भूमिका निभाई।
मौके पर कमिटी के अध्यक्ष राम लखन मंडल, सचिव हरे कृष्ण मंडल, शंभु मंडल, धीरेंद्र कुमार मंडल, ब्रह्म देव मंडल, पंकज कुमार, संदीप कुमार, सतीश कुमार, अंशु कुमार, रंजीत कुमार, राज कुमार, मनीष कुमार, संजय कुमार, चंदन कुमार, जय प्रकाश, सन्नी कुमार, प्रमोद कुमार, शंभु मंडल, रवि शंकर, पिंटू कुमार, रमण कुमार, राजा कुमार, संतोष कुमार सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।

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