कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी श्याम बिहारी मीणा ने कहा कि महिलाओं के साथ घटित होने वाली लैंगिक हिंसा, घरेलू हिंसा एवं अन्य हिंसा को रोकने की दिशा में जिला स्तर पर संचालित वन स्टॉप सेंटर-सह- महिला हेल्पलाइन अहम भूमिका निभा रही है.
वहीं उप विकास आयुक्त श्री सिंह ने कहा कि महिलाओं के साथ घटित होने वाले घटनाओं के लिए सरकार द्वारा बनाये गए कानून का सहारा लेना चाहिए.
नोडल पदाधिकारी-सह-जिला प्रोग्राम पदाधिकारी रश्मि कुमारी ने जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वन स्टॉप सेंटर-सह-महिला हेल्पलाइन द्वारा एक छत के नीचे लैंगिक हिंसा, घरेलू हिंसा, बाल विवाह, मानव व्यापार एवं दहेज प्रतारणा आदि से पीड़ित महिलाओं का परामर्शन, चिकित्सीय सहायता, विधिक सहायता एवं पुलिस सहायता निःशुल्क प्रदान की जाती है. लैंगिक हिंसा के विरुद्ध पुरुष की मानसिकता में बदलाव लाने की आवश्यकता है. महिलाओं को आत्मनिर्भर बनकर पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाना चाहिये ताकि अन्य महिला भी इससे प्रेरित हो सके. साथ ही कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनना बहुत ही आवयश्यक है.
कार्यक्रम में जिला कल्याण पदाधिकारी, उप निर्वाचन पदाधिकारी जितेंद्र कुमार, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अभिषेक कुमार, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी रजा अहमद खां, आशीष नंदन, निशा कुमारी, स्वेता कुमारी, विनीता, चंद्रकला कुमारी, परामर्शी सुधा संध्या, परियोजना प्रबंधक कुमारी शालिनी, जिला समन्वयक अंशु कुमारी, जिला कार्यक्रम सहायक राजेश कुमार, पैनल अधिवक्ता जयप्रकाश राम, किरण कुमारी, परामर्शी रोबिन कुमार, सभी महिला पर्यवेक्षिका, जीविका दीदी, ए.एन.एम के साथ-साथ स्कूल के बच्चे उपस्थित थे.
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