बैठक को संबोधित करते हुए श्री शर्मा ने कहा कि यह सत्ताधारी दल व विपक्ष की साजिश है। उन्होंने कहा कि अतिपिछ़ड़ा वर्ग को आरक्षण से दूर करने के पीछे सरकार की गलत मंशा की बू आती है। उन्होंने कहा कि अतिपिछड़ा समाज आरक्षण की भीख नहीं मांगती है, यह उसका अधिकार है। अगर इससे छेड़छाड़ हुई तो इसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। एकवंशी के संयोजक मानसचंद्र सेतू ने कहा कि अब समय आ गया है कि अब ईबीसी समाज सीधे सड़क पर उतरें। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती तो कोर्ट ईबीसी आरक्षण के विरोध में फैसला नहीं सुनाती। यह सब सरकार की ओर से कमजोर दलील की वजह से हुआ है।
जाप नेता अनिल कुमार अनल ने कहा जो भी दल पर्दे के पीछे से गेम कर रही है, ईबीसी समाज उसको छोड़ेगा नहीं। उसकी राजनीति हस्ती मिटा दी जाएगी। उत्तीमलाल मुखिया ने कहा कि राज्य हो या देश 42 फीसदी ईबीसी समाज को अब दरकिनार कर कोई राजनीतिक दल सत्ता तो क्या विपक्ष के लायक नहीं रहेगा।
वेदव्यास कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आलोक कुमार ने कहा कि 42 फीसदी ईबीसी समाज को हाशिये पर रखने की साजिश सभी लोग कर रहे हैं। इसमें सभी पार्टी के कई ऐसे चेहरे हैं जो पर्दे के आड़ में इस खेल को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अति पिछ़ड़ा समाज आगे की लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने के लिए तैयार हो जाए। इसके लिए हर तरह की कुर्बानी देनी होगी। अनमोल कुमार साह ने कहा कि नगर निकाय में ईबीसी को आरक्षण से मुक्त करना एक शुरूआत है, इसमें अगर साजिशकर्ता सफल हो गये तो फिर पंचायत चुनाव में खेला करेंगे। ऐसे चेहरे को उसकी औकात बतानी होगी। जय कुमार गुप्ता ने कहा कि हमलोग आंदोलन को अंजाम तक पहुचाने के लिए तैयार रहे।
मौके पर नवीन कुमार, जीतेन्द्र कुमार, रिक्की सिंह, संजीव कुमार दास, बी सिंह, अमित कुमार, राम भजन मुखिया, शिबु मुखिया, मनोज कुमार, धीरेन्द्र कुमार, अनिल कुमार आदि मौजूद थे।
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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October 06, 2022
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