ब्लड बैंक के बारे में बताया कि इस केंद्र में टोटल 760 यूनिट सभी प्रकार के रक्त रखने की क्षमता है। वहीं डीएम श्याम बिहारी मीना ने बताया की यहां पदस्थापित जो चिकित्सक है सभी मिलकर ब्लड बैंक को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करे। क्योंकि इस पूरे कोशी जोन में इतनी सुविधा किसी भी ब्लड बैंक में नही है। इसके खुलने से आसपास के सभी जिलों के मरीजों को रक्त की सुविधा आसानी से प्राप्त होगी। जिसके लिए मरीजों को पटना जैसे बड़े शहरों में जाना पड़ता था। वहीं अगले सप्ताह जेएनकेटी मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस की सुविधा की शुरुआत भी हो जाएगी। यह सुविधा आसपास के जिलों के मरीजों के लिए लिए वरदान साबित होगा। वहीं दूसरी तरफ बताया गया कि यहां होल ब्लड नही मिल पाएगा। एक यूनिट होल ब्लड से कंपोनेंट्स को अलग कर प्लेटलेट्स, आरबीसी और प्लाजमा बनाई जा सकती है। इस तरह एक यूनिट ब्लड तीन लोगों के काम सकता है। इसके अलावा आरबीसी व ब्लड कंपोनेंट, प्लाज्मा, एफपीपी, प्लेटलेट्स, संस्करण की सुविधा होगी। यहां वैसे मरीज जिनको जिसकी आवश्यकता होगी उनको सिर्फ वही दिया जाएगा। वहीं
जो ब्लड डोनर केंद्र में आएंगे उनके लिए एनर्जी ड्रिंक, फल आदि की व्यवस्था की जाएगी। रक्त केंद्र प्रभारी डा. अंजनी कुमार, सीसीएमओ डा. भास्कर ने बताया कि जल्द से जल्द यहां कैंप का आयोजन किया जाएगा। जिसमे वृहद रूप से रक्तदान कर जन सहयोग को बल दिया जायेगा। इसके लिए लोगों से आग्रह भी किया की ज्यादा से ज्यादा लोग जेएनकेटी मेडिकल कालेज में रक्तदान कर दूसरों के जीवन को बचाने में सहयोग करे।
मौके पर प्राचार्य भूपेंद्र प्रसाद, अधीक्षक कृष्णा प्रसाद, बिहार राज्य रक्त अधिकोष के उपसचिव डा. एनके गुप्ता, डा. जितेंद्र लाल, डा. नगीना चौधरी, डा. भारती आदि मौजूद थे।

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