सामाजिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक क्षेत्र में काम करने वाली संस्था सृजन दर्पण के युवा रंगकर्मी और निर्देशक बिकास कुमार द्वारा निर्देशित कई लोकनृत्य की प्रस्तुति दी गई. सब से पहले, बिहार के लोक आस्था और लोकाचार की प्राचीन परम्परा से जुड़े भाई बहनों के बीच स्नेह और प्रेम का जीवंत रूप लोकपर्व सामा-चकेवा लोकनृत्य के मंचन से कलाकारों ने शमा बांध दिया, जब कि पूर्वी लोकनृत्य भरी-भरी धरती माँ नृत्य की प्रस्तुति ने दर्शकों का दिल जीत लिया. वहीं आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित देश भक्ति नृत्य शहीदों को नमन की प्रस्तुति को देख कर मौजूद लोगों के आंखें नम हो गई.
लोकनृत्य में मनिषा कुमारी, आंकाक्षा प्रिय, प्रधि कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, श्रुति कुमारी, समिक्षा कुमारी, आंचल कुमारी, आर्यन ने बेहतरीन प्रस्तुति दी. मंचन को सफल बनाने में सृजन दर्पण के सम्मानित सदस्य राणा यादव, सौरभ कुमार, आलोक कुमार ने अहम भूमिका निभाई. कार्यक्रम के अंत में सभी कलाकारों को आयोजकों द्वारा सम्मान-पत्र से सम्मानित किया गया.

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