शोक प्रकट करते हुए दिवंगत योगेंद्र बाबू के सहकर्मी फिजिक्स के प्रोफेसर डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने कहा कि उनके जाने से शिक्षा एवं संगीत जगत को उनकी कमी हमेशा खलेगी। वे मधेपुरा में संगीत महोत्सव के जन्मदाता के रूप में याद किए जाएंगे। उन्होंने संगीत को मधेपुरा में गति देने का काम किया। मृदुल स्वभाव के धनी प्रोफेसर योगेंद्र बाबू सदैव बच्चों को सकारात्मक सोच से लैस करते रहे।
हमेशा कौशिकी का हाल-चाल पूछते रहने वाले योगेंद्र बाबू के निधन का समाचार सुनकर कौशिकी क्षेत्र हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ.के के मंडल, सचिव डॉ.मधेपुरी एवं सदस्य डॉ. शांति यादव, डॉ अरुण कुमार, डॉ. आलोक कुमार, सियाराम यादव मयंक, प्रो.मणि भूषण वर्मा आदि ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

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