यूरिया के लिए किसानों ने मुरलीगंज रेलवे स्टेशन पर किया हंगामा, रेल का चक्का किया जाम

आज दिनांक- 16.02.2022 को मुरलीगंज रेलवे स्टेशन पर किसानों ने खाद नहीं मिलने से नाराज होकर स्टेशन पर सियालदह से कटिहार जा रही हाटे बजारे एक्सप्रेस को रोककर चक्का जाम कर दिया. यहां किसानों की प्रखंड विकास पदाधिकारी अनिल कुमार, अंचलाधिकारी मुकेश कुमार सिंह, मुरलीगंज थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार, जीआरपी बनमनखी बदन पासवान से जमकर बहस हुई. काफी देर तक किसान खाद नहीं मिलने की वजह से अपनी नाराजगी जाहिर करते रहे. किसानों ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और दोनों ही सरकारों को किसान विरोधी बतलाया. 

दरअसल पिछले एक पखवाड़े से शहर में किसी खाद बीज दुकान में यूरिया उपलब्ध नहीं है और गेहूं के पटवन के बाद किसानों को गेहूं की फसल बर्बाद होने से बचाने के लिए यूरिया की काफी मांग बढ़ गई है. मुरलीगंज एनएच 107 पर मधेपुरा और पूर्णिया जिला की सीमा पर बसे बिस्कोमान में काफी हो हंगामे के बाद वितरण को लेकर प्रखंड कार्यालय में पर्ची कटाने के लिए किसानों के लिए नई व्यवस्था की गई. साथ ही साथ सभी 17 पंचायत के किसानों को रोस्टर के अनुरूप पंचायतवार खाद देने की व्यवस्था की गई लेकिन किसानों ने इस व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए बिस्कोमान में वितरण कर रहे प्रभारी प्रबंधक प्रखंड सभा भवन में पत्थरबाजी एवं गाली गलौज कर दिया. जिसके बाद वितरण बंद कर दिया गया था. जबकि पिछले 2 दिनों से 200-200 बोरे यूरिया का वितरण किया गया. 

इन दिनों किसानों को खाद लेने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. कई दिनों तक चक्कर लगाने के बावजूद भी किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है. यही वजह है कि बुधवार को किसानों के सब्र का बांध टूट गया और किसानों ने मुरलीगंज स्टेशन पर चक्का जाम कर दिया. चक्का जाम की सूचना मिलते ही मुरलीगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई. रेल चक्का जाम के दौरान मुरलीगंज थाना पुलिस की किसानों से बहस बाजी हुई. 

यूरिया खाद की उपलब्धता के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, इसके बावजूद किसानों को आसानी से खाद नहीं मिल पा रही है. मुरलीगंज प्रखंड कार्यालय बिस्कोमान कृषि सेवा केंद्र में खाद नहीं मिलने से नाराज किसानों का गुस्सा फूट पड़ा. आरोप लगाया कि किसानों के लिए आने वाली यूरिया खाद को दूसरे जिले एवं ब्लैक कर अधिक दर में बेच दिया जाता है, जिससे किसानों को खाद की किल्लत हो जाती है, यूरिया खाद की कालाबाजारी की जा रही है.

संगीता देवी मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत दिग्घी पंचायत की महिला किसान ने कहा कि सुबह के 3:00 बजे आते हैं और शाम के 7:00 बजे खाली हाथ घर लौटते हैं. फिर दूसरे दिन भी यही दशा होती है. आज कई दिनों से खाली हाथ लौट रहे हैं. खाद की एक बोरी भी नहीं मिली है. आरोप लगाया कि किसानों के लिए आने वाली यूरिया खाद को दूसरे जिले में ब्लैक कर अधिक दर में बेच दिया जाता है. जिससे यहाँ के किसानों को खाद की किल्लत हो जाती है. यूरिया खाद की कालाबाजारी की जा रही है.

बेबी देवी रामपुरिया टोला वार्ड नंबर 9 निवासी ने बताया कि 2 महीने के छोटे बच्चे को घर पर छोड़ कर यहां खाद के लिए आते हैं पर खाली हाथ लौटना पड़ता है. 8:00 बजे से 3:00 बजे तक यहां खाद वितरण होता है और वही खाद गांव में ले जाकर कुछ लोग हजार रुपया प्रति यूरिया बोरा बेचते हैं. हम गरीब किसान जो बटाईदार कर जीवन यापन करते हैं कैसे चलेगा.

दीनापट्टी रामपुर वार्ड 1 की महिला उषा देवी ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 7 दिनों से हम प्रखंड कार्यालय के बिस्कोमान काउंटर पर आते हैं पर आज तक एक बोरी यूरिया नहीं मिला है. ₹150 रुपया प्रति घंटे के हिसाब से खेत का पटवन किए हैं और समय पर यूरिया नहीं डालेंगे तो सब बर्बाद हो जाएगा. ऐसे में क्या करें महाजन के पैसे लेकर खेती करते हैं और अगर फसल बर्बाद हो जाएगी तो क्या करेंगे, आत्महत्या के सिवा कोई चारा बचता है क्या.

सामाजिक कार्यकर्ता पवन यादव ने बताया कि आज किसान देश में सबसे बेचारा और बेसहारा बना हुआ है. सभी लोग हर तरह से उसी का शोषण करते हैं. आज किसान सबसे ज्यादा शोषित हैं. बिस्कोमान में खाद उपलब्ध है लेकिन वितरण नहीं हो पा रहा है. पैक्स के द्वारा खाद वितरण करवाया जाए. किसान का खाद बीज दुकानदार से लेकर हर कोई मुनाफे के लिए लूट रहा है.

रामपुर के किसान विश्वनाथ यादव ने केंद्र और राज्य सरकार के कृषि विभाग को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसी सरकार में ऐसी यूरिया की किल्लत नहीं हुई है जैसे कि आज परिस्थिति बनी हुई है. किसान और घर की महिलाएं रात रात भर असुरक्षा के माहौल में खाद के लिए खड़े रहते हैं और सरकार निर्लज्जता पूर्वक तमाशा देख रही है.

आक्रोशित किसानों को समझाने का भरसक प्रयास आरपीएफ बनमनखी थानाध्यक्ष रामवदन पासवान ने भी किया. लगभग 10 बचकर 15 मिनट पर हाटे बजारे सियालदह से मुरलीगंज पहुंची थी और किसान के ढाई घंटे जाम के बाद 12:30 बजे यहां से ट्रेन रवाना हुई. काफी मशक्कत के बाद पुनः प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचलाधिकारी एवं मुरलीगंज थाना अध्यक्ष की उपस्थिति में बिस्कोमान द्वारा यूरिया वितरण प्रारंभ करवाया गया.

सहायक प्रबंधक बिस्कोमान दीपक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि आज कृषि सलाहकार की उपस्थिति में पड़वा नवटोल, रघुनाथपुर कोल्हापट्टी, डुमरिया के किसानों को यूरिया वितरित किया गया. आज कम से कम 300 बैग यूरिया वितरित किया गया है. अब यहां भी यूरिया खत्म होने के कगार पर है.

यूरिया के लिए किसानों ने मुरलीगंज रेलवे स्टेशन पर किया हंगामा, रेल का चक्का किया जाम यूरिया के लिए किसानों ने मुरलीगंज रेलवे स्टेशन पर किया हंगामा, रेल का चक्का किया जाम Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 16, 2022 Rating: 5

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