'आम बजट में देश के बहुसंख्यक आबादी के साथ धोखा और छल': निशांत यादव

आज भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर NSUI कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष निशांत यादव के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का पुतला दहन कर आम बजट में छात्र-युवा, किसान, मजदूर, छोटे व्यवसायियों और मध्यम वर्गों के साथ धोखे के खिलाफ घंटो नारेबाजी किया. 

विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे NSUI जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि आम बजट में देश के बहुसंख्यक आबादी के साथ धोखा और छल किया गया है. शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे मूलभूत चीजों पर सरकार की संवेदनहीनता बजट में साफ दिख रही है, पूरी की पूरी बजट ढकोसला, धोखा और देश के गरीब मध्यम वर्ग, छात्र और युवाओं को केवल सपने दिखाने का काम किया है. जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि कोरोना महामारी में जहाँ सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई है वहीं लाखों लोगों को इलाज के अभाव में अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. जिससे सरकार को सबक लेनी चाहिये लेकिन सरकार ने जिस प्रकार के स्वास्थ्य क्षेत्र में भारी कटौती की है उससे साफ जाहिर हो रहा है कि सरकार के नजर में देश के लोगों की जान की कोई कीमत नहीं है. यह सरकार केवल पूंजीपतियों की है. इस सरकार के नीति और नियत में खोट है. आम लोग भुखमरी, बेरोजगारी, महँगाई से त्रस्त है वहीं बड़े कॉरपोरेटो के टैक्स में लगातार छूट हुई है. यही कारण है कि पिछले 7 वर्षों में 23 करोड़ लोग गरीबी रेखा के श्रेणी में आ गए हैं और 142 पूंजीपति घरानों की आय दोगुनी हो गई है. सरकार ने इस देश के करोड़ो युवाओं के भविष्य को अंधेरे कुँआ में धकेल दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार की कथनी और करनी में कोई तालमेल नहीं है. सरकार जहाँ नई शिक्षा नीति में बजट का 6% शिक्षा को देने की बात करती है वहीं आम बजट में केवल शिक्षा के क्षेत्र के लिये 3% दिया गया है.

जंहा सरकार हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने की बात कर रही थी वहां केवल पिछले वर्ष में 3 करोड़ लोगों ने रोजगार खोया है. 50 साल में सबसे अधिक बेरोजगारी आज हिंदुस्तान में है. जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि 2015 के बजट में सरकार ने अपने नीतियों को धरातल तक उतारने में 2022 तक का समय माँगा था और अब अगले 25 वर्षो की बात कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने कहा था कि हर गांव और शहर में स्वास्थ्य केंद्र खुलवाएँगे, हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार देंगे, गाँवो को शहरों से जोड़ेंगे, 6 करोड़ लोगों को घर देंगे, हर परिवार को छत देंगे, बिजली और पानी हर घर तक पहुंचाएंगे, किसानों की आमदनी दुगुनी हो जाएगी लेकिन आज इन सारे बिंदुओं पर सरकार चुप है. 

विरोध  प्रदर्शन में मुख्य रूप से NSUI छात्रनेता जितेंद्र कुमार, ई. रवि रंजन, ई. कौशल कुमार, आशीष कुमार, रामविलाश कुमार, रमन कुमार, रौशन कुमार, प्रवीण भारती, मौशम झा, चितरंजन कुमार, रामलखन कुमार, सुमन कुमार, दिलखुश गुप्ता, बालकिशोर कुमार, गोलू कुमार, सुदर्शन कुमार, मनोज कुमार, अजय राज, दिलखुश, आशीष कुमार, सिंटू कुमार, नीतीश कुमार, गोपी कुमार, निहाल यादव, राज हंस कुमार, बंटी कुमार, दिलखुश समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे.

'आम बजट में देश के बहुसंख्यक आबादी के साथ धोखा और छल': निशांत यादव 'आम बजट में देश के बहुसंख्यक आबादी के साथ धोखा और छल': निशांत यादव Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 03, 2022 Rating: 5

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