बिहार में कानून का नहीं क्रिमिनल का राज: प्रो. चंद्रशेखर

मुरलीगंज 27 जनवरी 2022, बिहार में कानून का नहीं क्रिमिनल का राज है, सत्ता संरक्षित अपराधियों का तांडव बदस्तुर जारी है, किसी का जान माल सुरक्षित नहीं है, छात्र नौजवानों के भविष्य के साथ एक सुनियोजित साजिश के तहत खिलवाड़ की जा रही है, किसानों में हाहाकार मचा है और सरकार समाज सुधारने चली है.

उक्त बातें मधेपुरा के राजद विधायक एवं बिहार सरकार के पूर्व मंत्री प्रोफ़ेसर चंद्रशेखर ने कही.

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड के कन्या विद्यालय रघुनाथपुर में युवा राजद के प्रखंड अध्यक्ष एवं पंचायत समिति सदस्य विकास कुमार की अध्यक्षता में आयोजित किसान चौपाल को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के कारण किसान तबाह और परेशान है. वे अपनी खेती को छोड़कर काम की खोज में दूसरे राज्य पलायन कर रहे हैं. अगर खेती और किसानी बचाना है तो पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के किसानों से सीख लेनी होगी. उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानून के खिलाफ एक वर्ष तक चले लंबे किसान आंदोलन एवं 700 किसानों की शहादत के बल पर मोदी सरकार को घुटने टेकने के लिए मजबूर होना पड़ा और तीन काला कानून वापस हुआ. यह जीत किसान आंदोलन की जीत है, लोकतंत्र की जीत है. उन्होंने बिहार के खेतिहरों से कहा कि एक दिन की लड़ाई नहीं है, लंबी और व्यापक लड़ाई लड़नी होगी तब समस्याओं का समाधान होगा. खेती बचेगी तो गांव बचेगा, गांव बचेगा तब देश बचेगा.

प्रोफेसर चंद्रशेखर ने बिहार के विभिन्न जिलों में हो रहे छात्र आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि शिक्षा बुनियादी परिवर्तन का सबसे तेज हथियार है, इसलिए आज मनुवादी सरकार शिक्षा को चौपट करने में लगी है. उन्होंने खाद की किल्लत और कालाबाजारी एवं जमीन की जमाबंदी के परिमार्जन कराने में व्याप्त घूसखोरी के लिए प्रशासन और सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि किसानों की अनदेखी नहीं सहेंगे.

उन्होंने आगामी 3 फरवरी को मधेपुरा जिला समाहरणालय के समक्ष कला भवन परिसर में आयोजित विशाल धरना कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाग लेने का आह्वान आमजनों से किया.

किसान चौपाल को संबोधित करते हुए भाकपा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार किसान विरोधी है. उन्होंने कहा कि 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने के पीएम मोदी के वादे छलावा साबित हुआ. न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों की फसल की खरीदारी नहीं होती है, इसलिए किसान लगातार घाटे में और कर्ज में डूबते चले जा रहे हैं, जिस कारण बड़ी संख्या में किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि अन्नदाता किसान देश का भगवान है, इनके साथ नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं करेंगे, हमें संगठित होकर खेत और देश बचाने के लिए संघर्ष तेज करना होगा.

राजद के प्रदेश महासचिव देव किशोर यादव ने कहा कि सरकार सभी क्षेत्रों में पूरी तरह विफल है. शराबबंदी एवं दहेज बंदी की रोज धज्जियां उड़ाई जा रही है. प्रशासनिक पदाधिकारी एवं सत्तारूढ़ दल के मंत्री व विधायक इससे में संलिप्त है. 

युवा राजद के जिला प्रवक्ता संजीव कुमार, युवा नेता अरुण कुमार एवं रितेश कुमार ने कहा कि बिहार में विकास योजना एवं गरीबी उन्मूलन योजना भ्रष्टाचार का भेंट चढ़कर रह गया है. हर स्तर पर भ्रष्टाचार और अफसरसाह का बोलबाला है.

वहीं रजनी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि राजीव राजा ने कहा कि देश की सरकार अपराध नियंत्रण में पूरी तरह फेल हो चुकी है. उन्हें सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है. नैतिकता के आधार पर उन्हें पद त्याग कर देना चाहिए. हत्याओं का लंबा दौर चल रहा है. बेरोजगारी चरम सीमा पर है. छात्र आंदोलन उग्र हो रहा है.

किसान चौपाल को प्रखंड प्रमुख मोहम्मद जब्बार, पंचायत समिति सदस्य मनोज कुमार सिंह, समाजसेवी जय नारायण यादव, आलोक कुमार, लीलाधर प्रसाद यादव, अमोल कुमार आलोक, अर्जून यादव आदि ने भी संबोधित किया.


बिहार में कानून का नहीं क्रिमिनल का राज: प्रो. चंद्रशेखर बिहार में कानून का नहीं क्रिमिनल का राज: प्रो. चंद्रशेखर Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 27, 2022 Rating: 5

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