मधेपुरा जिले के घैलाढ़ प्रखंड क्षेत्र में धनतेरस व दीपावली को लेकर चहल-पहल शुरू हो गई है. धनतेरस और दीपावली नजदीक है. वैश्विक महामारी कोरोना के बावजूद धीरे-धीरे बाजार की रौनक बढ़ने लगी है.
धनतेरस और दिवाली की तैयारियों में लोग जुट गए हैं. धनतेरस एवं दीपावली में अब एक-दो दिन शेष रह गए. मंगलवार को धनतेरस के बाद गुरुवार को दीपोत्सव का त्यौहार मनाया जाना है. इसे देखते हुए लोग त्योहारों की तैयारियां पूरे उत्साह के साथ करने में जुटे हुए हैं.
प्रखंड क्षेत्र के बाजार घैलाढ़ पथराहा चौक, भतरंधा चौक आदि सभी बाजारों में सुबह से ही सभी प्रकार के सामानों की अच्छी खासी खरीदारी हो रही है. सभी स्थानीय बाजारों में धनतेरस को लेकर स्थायी दुकानों के अलावे कई अस्थायी दुकानें भी सजने लगी है. धनतेरस के मौके पर चांदी के सिक्के एवं स्टील बर्तन की जमकर खरीददारी की जाती है. धनतेरस से दिपावली पर्व की शुरुआत मानी जाती है.
धनतेरस के मौके पर सोने की खरीददारी का विशेष प्रचलन होने से सोने व चांदी के दामों में भी खासी तेजी देखने को मिलती है.
धनतेरस के धार्मिक महत्व
इस दिन देवताओं के वैद्य भगवान धनवंतरि की पूजा करने का विधान है. चिकित्सा से जुड़े लोग खासकर वैद्य व डॉक्टर आज के दिन पूरी श्रृद्धा के साथ भगवान धनवंतरि की पूजा करते हैं. भगवान धनवंतरि को भगवान विष्णु का अवतार माना गया है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन में धनतेरस के दिन ही भगवान धनवंतरि प्रकट हुए थे. यानी धनतेरस को उनका जन्म हुआ था. यही कारण है कि आज के दिन धनवंतरि पूजा होती है. इस दिन गणेश लक्ष्मी की मूर्तियां भी खरीदी जाती है. जिससे कि दीपावली में उनकी पूजा हो सके. धनतेरस की शाम को यमराज के नाम दिए भी जलाए जाते हैं.
त्योहारों को लेकर चहल-पहल, सफाई पर भी है नजर
दीपावली को लेकर चारों तरफ उत्साह है. तैयारियों को करीब-करीब अंतिम रूप दिया जा रहा है. बाजार भी दीपावली से संबंधित वस्तुओं से पट सा गया है. जरूरी सामानों की खरीदारी भी की जा रही है. त्योहार की तैयारी को लेकर बाजार में चहल-पहल बढ़ गई है. रंग-बिरंगे बिजली के बल्बों से लेकर अन्य सजावटी सामानों की बहुतायत दिख रही है. मिट्टी के दीपक भी बाजार में नजर आने लगे हैं. श्रीगणेश एवं मां लक्ष्मी की छोटी मूर्तियां भी बाजार में दिख रहीं हैं. कुल मिलाकर बाजार में भी उत्सव का माहौल है. कपड़ों की दुकान से लेकर अन्य सामग्रियों की दुकानों पर भी भीड़ उमड़ने लगी है.
इधर बाइक की अग्रिम बुकिंग शुरू कर दी गई है. दुकानें अभी से ही रंग-बिरंगी लड़ियों से सजने लगी है. लोग पूजन सामग्री बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं.
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