चौसा में छठ घाट की स्थिति देख आक्रोशित हुए ग्रामीण


मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड के कृष्णा टोला में अवस्थित छठ घाट को देख छठ व्रती के परिवारों मेंआक्रोश देखने को मिला.

मालूम हो कि लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर चौसा में तैयारी जोर शोर से शुरू कर दी गई है. छठ को लेकर लोग अपने-अपने स्तर से घाटों की सफाई एवं घाट का निर्माण शुरू कर दिया है लेकिन कृष्णा टोला स्थित छठ घाट की स्थिति अत्यंत ही दयनीय है. इस घाट पर किसी की नजर नहीं गई. खतरनाक हो चुके घाट की किसी ने अब तक सुध नहीं ली. दिलचस्प तो यह है कि चौसा के अन्य क्षेत्रों से काफी संख्या में लोग व्रत के समय इस घाट पर पहुंचते हैं. छठ घाट की महत्ता को देखते हुए कृष्णा टोला पोखर के दक्षिण छोर पर छठ घाट का निर्माण कार्य लगभग  15 लाख की लागत से दो योजना 15वीं वित्त आयोग (पंचायत समिति) के मद से निर्माण कार्य किया जा रहा था, जो अधर में अटका हुआ है. छठ घाटों पर कूड़ा-कचरा एवं गंदगी का अंबार लगा है. तालाब के बीच कूड़ा-कचरा व कांच के टुकड़े फेंके जाने से तालाब की स्थिति दयनीय हो गई है. परिणाम स्वरूप पानी से दुर्गंध आती रहती है. 

छठ घाट की दयनीय स्थिति को लेकर आज रविवार को जदयू युवा प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष नित्तम कुमार गांधी के नेतृत्व में दर्जनों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन करते हुए उत्तम कुमार गांधी ने कहा कि संवेदक द्वारा बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई है. छठ पर्व को देखते हुए योजना को पूरा कर दिया जाना चाहिए था लेकिन निर्माण स्थल पर बड़े-बड़े छड़ को खुला छोड़ दिया गया है, जिससे छठ व्रतियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. इससे आमलोगों में जबरदस्त आक्रोश है. उन्होंने प्रशासन से यथाशीघ्र छठ घाट का मुआयना कर ठोस कदम उठाए जाने की मांग की है.

पूर्व प्रमुख विनोद सिंह ने कहा कि छठ घाट पर भारी संख्या में श्रद्धालु भगवान भास्कर की पूजा अर्चना करते हैं. इस घाट को आदर्श घाट भी बनाया जाता है. विधि व्यवस्था को लेकर स्थानीय प्रशासन की भी भूमिका महत्वपूर्ण होती है लेकिन अभी तक कुछ व्यवस्था नहीं दिख रही है. कृष्णा टोला स्थित छठ घाट पर संवेदक ने अपने मनमानी और सरकारी नियमों को ताक पर रखकर छठ घाट का निर्माण किया है. इतना ही नहीं मानवता के नाम पर लोक आस्था के पर्व छठ को देखते हुए योजना को पूरा कर दिया जाना चाहिए था ताकि छठ पर्व पर किसी को कोई कठिनाई न हो लेकिन योजना को अर्ध निर्मित स्थिति में ही छोड़ दिया गया है जो काफी दुखद है. छठ पूजन को आने वाले व्रतियों को इस स्थिति में जोखिम भी उठाना होगा. उन्होंने उच्च पदाधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि योजना स्थल की जांच कर दोषी के विरुद्ध उचित कार्रवाई की जानी चाहिए.

विरोध प्रदर्शन में ग्रामीण गोपाल मंडल, मिथिलेश कुमार, अरविंद मंडल, सुनिल कुमार, फरीद आलम, मुकेश चौधरी, नवलकिशोर मंडल, अमिक मंडल, छत्तीस कुमार, धर्मेन्द्र जयसवाल, संजय कुमार मंडल, रामजतन मंडल, शंभू मंडल समेत दर्जनों लोग शामिल थे.

निवर्तमान मुखिया प्रतिनिधि अभिनंदन कुमार मंडल ने बताया कि छठ घाट को व्रतियों के सुविधा अनुकूल बनाने की हर कोशिश की जा रही है.

गौरतलब है कि छठ सूर्योपासना का पर्व है. व्रती महिलाएं छठ के दिन पानी में खड़ी होकर प्रथम दिन अस्तचलगामी एवं दूसरे दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देती है. जिसके लिए व्रतियों को पानी में काफी देर तक इंतजार करना होता है लेकिन समय से घाटों एवं पानी की सफाई नहीं हुई तो व्रतियों सहित श्रद्धालुओं को भारी परेशानी झेलनी पड़ सकती है.


चौसा में छठ घाट की स्थिति देख आक्रोशित हुए ग्रामीण चौसा में छठ घाट की स्थिति देख आक्रोशित हुए ग्रामीण Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 07, 2021 Rating: 5

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