उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इससे पहले भी अनुसूचित जाति एवं जनजाति युवा उद्यमी योजना संचालित थी. लेकिन नयी सरकार के बाद पिछड़ा व अति पिछड़ा महिला एवं युवा वर्ग के लिए यह योजना लायी गयी है. जिसमें पांच लाख अनुदान है. महिला वर्ग के लिए किसी प्रकार के ब्याज का प्रावधान नहीं है. जबकि युवा वर्ग के लिए मात्र एक प्रतिशत मामूली ब्याज का प्रावधान है. जिसे आसान किस्तों में सात साल बाद लौटाना है. उन्होंने युवा उद्यमी का लाभ लेने के लिए सुपौल के युवाओं से अपील किया. कहा कि यहां गारमेंट्स एवं मखाना उद्योग की काफी संभावना है.
बताया कि यहां उद्योग विभाग को 70 एकड़ जमीन मिली थी. जिसके लिए करीब 777 करोड़ निवेश का प्रस्ताव आया. लेकिन जमीन की साइज बढने वाली है. अब यह जमीन 93 एकड़ हो गयी है. जिस कारण बड़ी संख्या में उद्योगपति एप्रोज कर रहे हैं. बताया कि खादी संघ की भी यहां जमीन उपलब्ध है. जहां पटना की तर्ज पर खादी मॉल का निर्माण कराया जायेगा. जहां व्यापक दृष्टिकोण से कार्य होगा. कहा कि उद्योग स्थापित करने के लिए यातायात के साथ पर्यावरण, बिजली की जरूरत होती है. जो सुपौल में बेहतर है. इसके अलावे तीनों विभाग के मंत्री भी सुपौल से ही हैं. लिहाजा उद्योग स्थापित करने में किसी प्रकार की कोई कठिनाइयां नहीं आयेगी.
(नि. सं.)

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