प्रेस की आजादी पर हमले के खिलाफ भाकपा ने पीएम का पुतला फूंका

प्रेस की आजादी पर हमले एवं पत्रकारों व विपक्षी नेताओं की जासूसी कराने के खिलाफ शुक्रवार को मुरलीगंज बेंगा पुल झील चौक पर भाकपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए पीएम मोदी का पुतला फूंका. 


भाकपा अंचल मंत्री अनिल भारती की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाकपा की राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि प्रेस की आजादी पर हमला लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला है. उन्होंने कहा कि दैनिक भास्कर एवं भारत समाचार द्वारा पिछले दिन कोरोना से हुई मौत के सरकारी आंकड़े झूठे, जलती चिता सच बोल रही है, गंगा  में तैरती लाशें, ऑक्सीजन के अभाव में  हजारों लोगों की मौत, भारत में जासूसी पहली लिस्ट में 40 पत्रकार एवं कई विपक्ष के नेता के शीर्षक से समाचार प्रकाशित करने पर सरकार ने किया टार्गेट. दैनिक भास्कर ग्रुप के भोपाल, जयपुर आदि ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी मोदी सरकार की क्रूर मानसिकता को उजागर करता है. 


भाकपा नेता प्रभाकर ने कहा कि पेगासस के माध्यम से पत्रकारों सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं की अवैध जासूसी कराना घोर आपत्तिजनक है. उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी कार्रवाई बंद करे अन्यथा हमारी पार्टी एवं पूरी विपक्ष उग्र संघर्ष के लिए बाध्य होगी. भाकपा के अंचल मंत्री अनिल भारती ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार हिटलर के रास्ते आगे बढ़ रही है, अभिव्यक्ति की आजादी एवं लोकतंत्र की आजादी पर हमला, देश के संविधान पर हमला है. 


पार्टी के वरीय नेता मोहम्मद सिराज, रंजीत वर्मा एवं उमाशंकर मुन्ना ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. दैनिक भास्कर के कार्यालयों पर आयकर विभाग का छापा प्रेस की आजादी पर हमला है. सरकार इस तालिबानी कार्रवाई को बंद करे अन्यथा व्यापक संघर्ष के लिए हम बाध्य होंगे.
इस अवसर पर युवा नेता मणि भूषण सिंह, प्रभाष कुमार, रौशन कुमार, धर्मेंद्र कुमार, भोली यादव, मजदूर नेता मोहम्मद गब्बर, दशरथ रस्तोगी, उमेश रजक, जय नारायण साह आदि ने केंद्र की मोदी सरकार को जन विरोधी एवं संविधान विरोधी बताया.


प्रेस की आजादी पर हमले के खिलाफ भाकपा ने पीएम का पुतला फूंका प्रेस की आजादी पर हमले के खिलाफ भाकपा ने पीएम का पुतला फूंका Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 24, 2021 Rating: 5

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