ग्रामीण बांध के कटाव स्थल पर कार्य करा रहे जल संसाधन विभाग के जेई रामविनय चौधरी ने बताया कि ग्रामीण सुरक्षा बांध से कटाव क्षेत्र को बांधने के लिए केवल 05 मीटर का कार्य शेष रह गया है. इस स्थल पर बांध बांधने का कार्य संभवतः शनिवार तक पूर्ण हो जाना चाहिए. शेष भाग को पूर्ण करने के लिए बांस पाइलिंग, बोल्डर क्रेटिंग, नायलन क्रेटिंग, बोरा क्रेटिंग का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. अभी 50 प्रतिशत लगभग ग्राउंड लेवल पर सिकरहट्टा मझारी बांध पर कार्य किया जा रहा है.
विस्थापित परिवार सदानंद मेहता, कमल पासवान, देव नारायण मेहता, ललिता देवी, रविन्द्र कामत, सत्यनारायण कामत आदि ने बताया कि जब तक बांध का कटाव क्षेत्र पर सुरक्षात्मक कार्य पूर्ण नहीं हो जाता है, तब तक उनसबों की बेचैनी बढ़ी हुई है. कभी अर्धनिद्रा तो कभी कोशी की हुंकार को सुनकर भय उत्पन्न हो जाता है. तिलयुगा नदी में भी पानी के स्तर में कमी नहीं हो रही है. अभी भी लोग अपने घरों को छोड़कर बांध पर शरण लिए हुए है. प्रखंड प्रमुख रामप्रवेश यादव ने बताया कि उनलोगों ने सरकार से तिलयुगा नदी के दोनों क्षतिग्रस्त तटबंध को दुरुस्त करवाने की मांग है. साथ ही पूर्वी तटबंध अनुकूल इस कटाव स्थल व बांध की मजबूतीकरण की मांग की. ताकि आने वाले समय में परेशानी न हो.
(नि. सं.)
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