'सरकार का निर्णय अप्रासंगिक': प्राइवेट स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक

मधेपुरा जिला प्राइवेट स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक जिला मुख्यालय के दार्जिलिंग पब्लिक स्कूल में बुलाई गयी.

जिला अध्यक्ष किशोर कुमार की अध्यक्षता में आहूत बैठक में सरकार के द्वारा कोविड-19 के कारण विद्यालय के बंद रखने पर विचार-विमर्श किया गया. अध्यक्ष किशोर कुमार ने कहा कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था अभी पटरी पर लौटी भी नहीं थी कि सरकार के द्वारा अप्रसांगिक निर्णय ले लिया गया. 

मालूम हो कि पिछले सत्र् में भी बच्चे करोना के कारण स्कूल से दूर रहे. अभी मार्च महीना में ही सरकार के द्वारा वर्ग एक से आठ तक विद्यालय संचालन करने का आदेष निर्गत किया गया था. विद्यालय संचालक कोविड 19 के नियमों का पालन करते हुए सफलतापूर्वक विद्यालय संचालन कर रहे थे. इस एक महीने के दौरान कहीं से भी कोरोना संक्रमन की एक भी शिकायत प्राप्त नहीं हुई. बच्चों में सत्र् प्रारंभ होने की खुशी दिख रही थी लेकिन सत्र् प्रारंभ के ठीक पहले सरकार के इस नाकारात्मक फैसले से छात्र एवं छात्राओं में उदासी छा गई है. 

एक तरफ बिहार सरकार बिना एक दिन का भी वर्ग संचालन किये दशवीं एवं बारहवीं की परीक्षा लेकर रिजल्ट प्रकाशन कर झूठी वाहवाही लूट रही है. बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. संघ के सचिव चंद्रिका यादव ने सम्बोधन में बताया कि बिहार सरकार के पास कौन सी जादू की छड़ी है जिसे घुमाते ही बच्चों का सिलेबस बिना विद्यालय गये एवं बिना किसी प्रकार का वर्ग संचालन किये समाप्त हो गया और बच्चों का परीक्षा भी समय से पूर्व लेकर रिजल्ट प्रकाशन कर दिया गया. अभिभावकों एवं बच्चों को जागरूक होने की आवश्यकता है. यदि समय रहते जागरूक नहीं बने तो एक समय ऐसा आएगा कि बच्चे कागज पर डिग्री तो प्राप्त कर लेगें लेकिन वास्तविक ज्ञान से कोसों दूर चले जाऐंगें. 

संघ के संयोजक श्री चिरामणी प्रसाद यादव ने कहा कि सरकार की यह कैसी दोहरी नीति है कि एक तरफ कई राज्यों में चुनाव संपन्न कराये जा रहे है, जहाँ लाखों लोगों की भीड़ इकट्ठा होती है वहाँ करोना का कोई भय नहीं है और विद्यालय जहाँ कोविड 19 का पूर्णतः पालन किया जाता है वहाँ बच्चों को विद्यालय से दूर कर रहे हैं. सरकार की स्पष्ट मंसा जाहिर होती है कि कल के भविष्य इन नौनिहालों को मूर्ख रखा जाए ताकि आनेवाले समय में यह किसी राजनैतिक पार्टी की जय-जयकारा लगा सके. 

संघ के पदाधिकारी अमरेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकार अपना यह निर्णय वापस ले और विद्यालय को शर्तों के साथ संचालन की अनुमति प्रदान करें. संघ के प्रवक्ता मानव कुमार सिंह ने कहा कि सरकार की इस दोहरी नीति को विद्यालय प्रबंधक, अभिभावक एवं बच्चें समझ चुके हैं. यदि सरकार जल्द ही इस निर्णय को वापस नहीं लेती है तो संयुक्त रूप से जोरदार आंदोलन किया जाएगा और इसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी.

बैठक में विभिन्न स्कूलों के संचालक सहित संघ के पदाधिकारीगण उपस्थित रहे. (नि. सं.)

'सरकार का निर्णय अप्रासंगिक': प्राइवेट स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक 'सरकार का निर्णय अप्रासंगिक': प्राइवेट स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 05, 2021 Rating: 5

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