डाॅ. सुधांशु शेखर |
यह अधिवेशन मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत संचालित भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली द्वारा संपोषित है। इसका केंद्रीय विषय 'शिक्षा, समाज एवं संस्कृति' है। इस पर देश के कई राज्यों के वरिष्ठ प्राध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी गहन विचार-विमर्श करेंगे। यह जानकारी आयोजन सचिव सह बीएनएमयू, मधेपुरा के जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर और दर्शन परिषद्, बिहार के महामंत्री डॉ. श्यामल किशोर ने संयुक्त रूप से दी।
यह अधिवेशन ऑफलाइन एवं ऑनलाइन दोनों रूपों में आयोजित होगा। इसमें कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए निर्धारित सभी दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा। मात्र एक सौ अतिथि एवं बाह्य प्रतिभागी ही कार्यक्रम में आमंत्रित किए जाएँगे। शेष प्रतिभागियों को उनके पते पर रजिस्टर्ड डाक से निःशुल्क स्मारिका एवं सर्टिफिकेट भेज दी जाएगी। सभी प्रतिभागियों को ऑनलाइन गूगल फार्म भरना होगा। जिन प्रतिभागियों ने पूर्व में पंजीयन करा लिया है, उनके लिए भी गूगल फार्म भरना ज़रूरी होगा। ऑनलाइन पंजीकरण और आलेख एवं शोध-सारांश भेजने की अंतिम तिथि 31 जनवरी, 2021 तक निर्धारित की गई है।
(नि. सं.)
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