कोविड 19 की वजह से इसबार प्रतिवर्ष की भांति गोपाष्टमी के मौके पर गौ भक्तों व पशुपालकों की बड़ी भीड़ उपस्थित नहीं होगी. गौपालकों को पूजा अर्चना सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए करना होगा.
गौशाला परिसर में गौशाला कमिटी की निगरानी में लौआलगाम निवासी मूर्तिकार दिवाकर शर्मा द्वारा निर्माण किये गये राधा-कृष्ण, गाय बछड़ा, गाय का दूध पीते बालकृष्ण एवं पूतना का वध करते श्री कृष्ण की भव्य, जीवंत एवं मनमोहक प्रतिमा का निर्माण कराया जा रहा है.
दो दिवसीय मेला के मौके पर गौशाला कमिटी द्वारा परिसर की साफ सफाई कर आकर्षक गेट व भव्य पंडाल का भी निमार्ण कराया जा रहा है. गौशाला समिति के सचिव अर्जुन प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि 23 व 24 नवम्बर को मेला का आयोजन है. मेला के दौरान परिसर में आने वाले महिला व पुरुष श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसका विशेष ख्याल रखा जा रहा है, साथ ही सोशल डिस्टेंसिग का भी ख्याल रखा जाएगा.
वहीं आसपास के कई गांवों के गौपालकों द्वारा अपने-अपने गाय की प्रदर्शनी लगायी जाती है. उन्नत, विकसित एवं अच्छे किस्म के गाय, बछड़ा, बैल-बाछी पालने वाले पशुपालकों का हौसला बढ़ाने के लिए उन्हें सम्मानित किया जायेगा. वहीं मुख्यालय बाजार में वर्षों से लगायी जा रही इस गोपाष्टमी मेला परिसर में मिठाई, खिलौने, सौंदर्य प्रसाधन एवं चाय नाश्ते की दुकान पर भी काफी भीड़ देखी जाती रही है जो इस बार कोविड 19 कोरोना संक्रमण की वजह से नहीं दिखेगी. मौके पर मौजूद एसडीएम राजीव रंजन कुमार सिन्हा ने मेला नहीं लगाये जाने और कोविड के नियमों का पालन करते हुए कार्यक्रम करने की सलाह दी है.
मौके पर अंचलाधिकारी रामावतार यादव, जदयू प्रखंड अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार यादव, मुखिया पवन कुमार केडिया, सरपंच उमेश सहनी, आनंद जैन, विलाश शर्मा, अफरोज आलम, सुभाष सहनी, आलोक राज सहित कई अन्य लोग मौजूद थे.

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