बाढ़ का कहर हो रहा है भयावह, प्रशासन नहीं ले रही बाढ़ पीड़ितों की सुधि

 
मधेपुरा जिले के आलमनगर प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ का कहर दिन प्रतिदिन भयावह होता जा रही है, सैकड़ों घरों में  बाढ़ का पानी आ जाने से लोगों के समक्ष भारी परेशानी उत्पन्न हो गई है. वहीं कई सड़क पर 2 से 3 फीट पानी बहने से आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गई है.

प्रखंड क्षेत्र के आठ पंचायतों में बाढ़ का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है एवं नए जगह पर बाढ़ का पानी फैल रहा है जिससे लोगों के समक्ष भारी परेशानी आ गई है. आलमनगर सोनामुखी सड़क के पोड़ा टोला के पास 2 से 3 फीट सड़क पर पानी बह रही है. वहीं हरजोड़ा मारवाड़ी वासा के बीच पड़ने वाली सड़कों पर पानी चढ़ने से आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गई है साथ ही सैकड़ों गांवों का सड़क से संपर्क भंग हो जाने से लोग जान जोखिम में डालकर नाव के सहारे आवागमन करने के लिए मजबूर हैं. 

प्रखंड क्षेत्र के खापुर पंचायत के दो कठिया टोला के घरों में पानी आ जाने से लोग बाढ़ आश्रय स्थल में शरण लिए हुए हैं परंतु प्रशासन द्वारा अभी तक बाढ़ पीड़ितों की सुधि नहीं लेने से लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है. दो कठिया टोला के शनीचरी देवी, लीला देवी, बसया देवी, अशोक ऋषिदेव, रामदेव ऋषिदेव, मानस ऋषिदेव, बुद्धन ऋषिदेव ने बताया कि पिछले 2 दिनों से घरों में पानी आ जाने के कारण बाढ़ आश्रय स्थल में रह रहे हैं परंतु प्रशासन द्वारा अभी तक हम लोगों की सुधि लेने कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा है. इन लोगों ने बताया कि जलावन डूब जाने से खाना बनाना मुश्किल है. हम लोग किसी तरह भूखे प्यासे रहकर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं परंतु प्रशासन द्वारा ना तो अभी तक नाव की व्यवस्था की गई है ना ही राशन उपलब्ध कराया गया है.

वहीं खापुर पंचायत के मुखिया मुकेश कुमार मुन्ना ने दो कठिया टोला के बाढ़ पीड़ित को प्रशासन से अबिलंब नाव एवं बाढ़ पीड़ितों को सूखा राशन सहित खाने की व्यवस्था करने की मांग की है. वहीं रतवारा पंचायत के छतौना वासा एवं मुरोत के शिव मंदिर टोला में सैकड़ों घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से लोगों के समक्ष भारी परेशानी है कुछ लोग अपने घरों में ही मचान बनाकर शरण लिए हुए हैं. वहीं कुछ लोग ऊंचे जगह पर तंबू गाड़ कर शरण लेने को मजबूर हैं परंतु अभी तक प्रशासन द्वारा इन बाढ़ पीड़ितों का सुधि लेना मुनासिब नहीं समझा गया है. जिससे बाढ़ पीड़ित खासे आक्रोशित हैं. 

वहीं प्रशासन द्वारा 33 नाव चलाने की बात कही जा रही है परंतु प्रखंड के आठ पंचायतों में बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए 33 नाव नाकाफी साबित हो रहे हैं. लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन के लिए विवश हैं.
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
बाढ़ का कहर हो रहा है भयावह, प्रशासन नहीं ले रही बाढ़ पीड़ितों की सुधि बाढ़ का कहर हो रहा है भयावह, प्रशासन नहीं ले रही बाढ़ पीड़ितों की सुधि Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 15, 2020 Rating: 5

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