गुजरात के भूंज शहर के बाद कुमारखंड के रौता गांव स्थित मुक्तेश्वर महादेव मंदिर होगा भारत में दूसरा मंदिर, तैयारी शुरू
मधेपुरा जिले के कुमारखंड प्रखंड के रौता गांव में नवनिर्मित मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में द्वादश ज्योति शिवलिग की स्थापना के लिए ग्रामीणों के सहयोग से मंदिर में एक साथ बारह शिवलिंग के स्थापित करने के पहले धार्मिक विधि-विधान पूर्वक 251 कुंवारी कन्याओं ने भव्य कलश शोभायात्रा में भाग लिया।
रंग बिरंगी पितांम्बरी वस्त्र धारण कर कलश को मंदिर प्रांगण से उठाकर सुरसर नदी के रौता पुल घाट के समीप कलश में जल जल भरकर नगर भ्रमण करते हुए रौता पूरब टोला, हरिबोला ,रामचोडा , बेलही होते हुए 7 किलोमीटर की दूरी तय कर मुक्तेश्वर महादेव मंदिर रौता में कलश स्थापित किया गया ।कलश शोभायात्रा के पूर्व संस्कृत विद्यापीठ बौंसी से आए आचार्य पंडित सुशील झा के नेतृत्व में वैदिक सूरज उपाध्याय, वैदिक आदित्य झा, वैदिक किशोर झा और वैदिक उत्कर्ष जी के द्वारा सुरसर नदी के रौता पुल के पास घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मुखिया पूनम देवी और मुखिया प्रतिनिधि अशोक कुमार मेहता को विधि-विधान के साथ संकल्प कराया गया । तत्पश्चात वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 251 कुवांरी कन्याओं ने अपने अपने कलश में जल भरकर नगर भ्रमण किया ।
नगर भ्रमण के श्रद्धालु बेंड बाजे व दर्जनों बाइक व ट्रैक्टर पर सवार श्रद्धालु कलश यात्री के साथ साथ चल रहे थे और हरा भोला, हरा भोला, भोला , भोला हरे हरे और हर हर महादेव के नारे से पूरा वातावरण गुंजायमान होकर भक्तिमय हो रहा था ।
कलश शोभायात्रा के साथ मुखिया मुखिया पूनम देवी, पूर्व मुखिया अशोक कुमार मेहता, सुरेश यादव, कपिलदेव यादव, हरिनन्दन यादव , रामेंद्र यादव, अजय चौधरी, बिजेन्द्र मेहता, सुरेंद्र यादव, नारायण यादव, दीपनारारण साह , सुरेश साह, रेशम मंडल , मुन्ना मंडल ,जवाहर मुखिया, बसंत चौधरी, और गौतम कुमार आदि मुख्य रूप से शामिल थे ।
रौता गांव स्थित मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में विविध कार्यक्रम का होगा आयोजन
आयोजन समिति के पूर्व मुखिया अशोक मेहता ने बताया कि 20 फरवरी को द्वादश शिवलिंग का वैदिक विधि-विधान के साथ अधिवास किया जाएगा । जबकि 21 फरवरी को मंदिर में द्वादश ज्योति शिवलिंग विद्वान पंडितों के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ नगर भ्रमण करने के बाद मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में द्वादश ज्योति शिवलिग का प्राण प्रतिष्ठा एवं शिव महोत्सव का भव्य रुप से आयोजन होगा। वहीं 22 फरवरी से 25 फरवरी तक शिव धूनी अष्टयाम निरंतर 72 घंटे तक संचालित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रामधुनी में नेपाल के तराई इलाके के महिला भजन मंडली के के अलावे बिहार के कई नामचीन कीर्तन भजन मंडली के द्वारा शिव धूनी का प्रस्तुति किया जाएगा।
मुक्तेश्वर महादेव मंदिर रौता में एक साथ श्रद्धालु करेंगे 12 ज्योति शिवलिंग का पूजा अर्चना
भारत के गुजरात राज्य के भूंज शहर के बाद कुमारखंड के रौता गांव स्थित मुक्तेश्वर महादेव मंदिर भारत में दूसरा मंदिर होगा । जहां श्रद्धालु भक्त एक साथ 12 ज्योति शिवलिंग का एक साथ दर्शन कर पूजा अर्चना कर सकेंगे । मंदिर निर्माण समिति के वरीय सदस्य अशोक कुमार मेहता ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण कार्य जनसहयोग से किया गया है । इस मंदिर के निर्माण कार्य में 31 लाख रुपये से अधिक की राशि खर्च हो चुका है । अशोक कुमार मेहता ने बताया कि रामेश्वर महादेव मंदिर (तमिलनाडु ), काशी विश्वनाथ महादेव मंदिर ( उत्तर प्रदेश के बनारस ) ,सोमनाथ महादेव मंदिर ( गुजरात ) ,नागेश्वर महादेव मंदिर ( गुजरात), भीम शंकर महादेव मंदिर ( महाराष्ट्र ) , घृष्णेश्वर महादेव मंदिर ( महाराष्ट्र ) ग्यंबकेश्वर महादेव मंदिर ( महाराष्ट्र ) ,महाकालेश्वर महादेव मंदिर ( मध्य प्रदेश, औंकारेश्वर महादेव मंदिर ( मध्य प्रदेश ) ,केदारनाथ महादेव मंदिर ( उत्तराखंड ), मल्लिकार्जुन महादेव मंदिर ( आंध्र प्रदेश) के अलावे रौतेश्वर महादेव मंदिर और मुक्तेश्वर महादेव रौता मंदिर में स्थापित शिवलिंग का एक साथ दर्शन कर पूजा अर्चना करेंगे।
(रिपोर्ट : मीना कुमारी | मधेपुरा टाइम्स)
रंग बिरंगी पितांम्बरी वस्त्र धारण कर कलश को मंदिर प्रांगण से उठाकर सुरसर नदी के रौता पुल घाट के समीप कलश में जल जल भरकर नगर भ्रमण करते हुए रौता पूरब टोला, हरिबोला ,रामचोडा , बेलही होते हुए 7 किलोमीटर की दूरी तय कर मुक्तेश्वर महादेव मंदिर रौता में कलश स्थापित किया गया ।कलश शोभायात्रा के पूर्व संस्कृत विद्यापीठ बौंसी से आए आचार्य पंडित सुशील झा के नेतृत्व में वैदिक सूरज उपाध्याय, वैदिक आदित्य झा, वैदिक किशोर झा और वैदिक उत्कर्ष जी के द्वारा सुरसर नदी के रौता पुल के पास घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मुखिया पूनम देवी और मुखिया प्रतिनिधि अशोक कुमार मेहता को विधि-विधान के साथ संकल्प कराया गया । तत्पश्चात वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 251 कुवांरी कन्याओं ने अपने अपने कलश में जल भरकर नगर भ्रमण किया ।
नगर भ्रमण के श्रद्धालु बेंड बाजे व दर्जनों बाइक व ट्रैक्टर पर सवार श्रद्धालु कलश यात्री के साथ साथ चल रहे थे और हरा भोला, हरा भोला, भोला , भोला हरे हरे और हर हर महादेव के नारे से पूरा वातावरण गुंजायमान होकर भक्तिमय हो रहा था ।
कलश शोभायात्रा के साथ मुखिया मुखिया पूनम देवी, पूर्व मुखिया अशोक कुमार मेहता, सुरेश यादव, कपिलदेव यादव, हरिनन्दन यादव , रामेंद्र यादव, अजय चौधरी, बिजेन्द्र मेहता, सुरेंद्र यादव, नारायण यादव, दीपनारारण साह , सुरेश साह, रेशम मंडल , मुन्ना मंडल ,जवाहर मुखिया, बसंत चौधरी, और गौतम कुमार आदि मुख्य रूप से शामिल थे ।
रौता गांव स्थित मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में विविध कार्यक्रम का होगा आयोजन
आयोजन समिति के पूर्व मुखिया अशोक मेहता ने बताया कि 20 फरवरी को द्वादश शिवलिंग का वैदिक विधि-विधान के साथ अधिवास किया जाएगा । जबकि 21 फरवरी को मंदिर में द्वादश ज्योति शिवलिंग विद्वान पंडितों के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ नगर भ्रमण करने के बाद मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में द्वादश ज्योति शिवलिग का प्राण प्रतिष्ठा एवं शिव महोत्सव का भव्य रुप से आयोजन होगा। वहीं 22 फरवरी से 25 फरवरी तक शिव धूनी अष्टयाम निरंतर 72 घंटे तक संचालित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रामधुनी में नेपाल के तराई इलाके के महिला भजन मंडली के के अलावे बिहार के कई नामचीन कीर्तन भजन मंडली के द्वारा शिव धूनी का प्रस्तुति किया जाएगा।
मुक्तेश्वर महादेव मंदिर रौता में एक साथ श्रद्धालु करेंगे 12 ज्योति शिवलिंग का पूजा अर्चना
भारत के गुजरात राज्य के भूंज शहर के बाद कुमारखंड के रौता गांव स्थित मुक्तेश्वर महादेव मंदिर भारत में दूसरा मंदिर होगा । जहां श्रद्धालु भक्त एक साथ 12 ज्योति शिवलिंग का एक साथ दर्शन कर पूजा अर्चना कर सकेंगे । मंदिर निर्माण समिति के वरीय सदस्य अशोक कुमार मेहता ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण कार्य जनसहयोग से किया गया है । इस मंदिर के निर्माण कार्य में 31 लाख रुपये से अधिक की राशि खर्च हो चुका है । अशोक कुमार मेहता ने बताया कि रामेश्वर महादेव मंदिर (तमिलनाडु ), काशी विश्वनाथ महादेव मंदिर ( उत्तर प्रदेश के बनारस ) ,सोमनाथ महादेव मंदिर ( गुजरात ) ,नागेश्वर महादेव मंदिर ( गुजरात), भीम शंकर महादेव मंदिर ( महाराष्ट्र ) , घृष्णेश्वर महादेव मंदिर ( महाराष्ट्र ) ग्यंबकेश्वर महादेव मंदिर ( महाराष्ट्र ) ,महाकालेश्वर महादेव मंदिर ( मध्य प्रदेश, औंकारेश्वर महादेव मंदिर ( मध्य प्रदेश ) ,केदारनाथ महादेव मंदिर ( उत्तराखंड ), मल्लिकार्जुन महादेव मंदिर ( आंध्र प्रदेश) के अलावे रौतेश्वर महादेव मंदिर और मुक्तेश्वर महादेव रौता मंदिर में स्थापित शिवलिंग का एक साथ दर्शन कर पूजा अर्चना करेंगे।
(रिपोर्ट : मीना कुमारी | मधेपुरा टाइम्स)
गुजरात के भूंज शहर के बाद कुमारखंड के रौता गांव स्थित मुक्तेश्वर महादेव मंदिर होगा भारत में दूसरा मंदिर, तैयारी शुरू
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 19, 2020
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