मधेपुरा जिले के चर्चित मां ज्वेलर्स डाका कांड मे नया मोड़, घटना का मुख्य सरगना का नया नाम सामने आने से पुलिस के पैर के नीचे जमीन खिसक गयी है.
इस रहस्य का खुलासा तब सामने आया जब घटना में शामिल एक शातिर बदमाश को पुलिस ने किया गिरफ्तार । घटना मे शामिल बदमाश की गिरफ्तारी को लेकर एसपी संजय कुमार ने सदर थाना में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में बताया कि 9 जनवरी को शहर के मां ज्वेलर्स डाका कांड में मधेपुरा पुलिस को एक महत्वपूर्ण कामयाबी मिली कि डाका कांड मे शामिल मो. सोएब को गिरफ्तार किया है ।
गुलजारबाग का राकेश और रूपक है मास्टर माइंड
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार सोयेब से पूछताछ में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि घटना का मास्टर माइंड शहर के गुलजारबाग का रहने वाला राकेश और रूपक है। एसपी ने बताया कि राकेश दिल्ली मे रहता है. पता चला है कि वह दिल्ली में कई घटना को अंजाम दे चुका है. दिल्ली मे आपराधिक घटना को अंजाम देकर दिल्ली पुलिस को चकमा देकर वहां से फरार हो जाता है ।
उन्होने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार मो. सोयेब ने बताया कि वह सहरसा मे ई-रिक्शा चलाता था इसी दौरान लगातार ग्राहक बनकर रिक्सा पर बैठने वाले राकेश से सम्पर्क हुआ था । घटना के तीन दिन पहले उसने बताया कि एक गोदाम में तीस लाख रूपये की लूट की घटना को अंजाम देने के बदले उसे दस लाख देगे और 15 हजार एडवांस भी दिया और दोनो बाइक से घटना स्थल पहुंचकर जगह को देख लिए ।
एसपी ने बताया कि घटना के फुटेज में जो बदमाश शामिल था वह सोयेब था, जिसे सहरसा पुलिस की मदद से सहरसा के नरियार से नाटकीय ढंग से गिरफ्तार किया है । पुलिस ने जब हरे रंग के स्वेटर के बारे में पूछा तो बताया कि गिरफ्तारी के डर से मेरी पत्नी ने स्वेटर में आग लगा कर नष्ट कर दिया।
एसपी ने बताया कि सोयेब की गिरफ्तारी के लिए कमांडो एक माह से प्रयासरत थे आखिरकार शनिवार की रात सफलता मिली है।
एसपी श्री कुमार ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि राकेश जिस मोबाइल से बदमाश से बात करता था, सोयेब से पता चला कि जब उस मोबाइल नम्बर का पता किया तो पता चला कि वह सिंहेश्वर के एक युवक है । पुलिस ने उस युवक को हिरासत में लिया तो पता चला कि युवक राकेश का रिश्तेदार है और उसका सिम बहुत पहले गुम हो गया था । पुलिस ने सच्चाई का पता लगाया तो पता चला कि युवक की पत्नी ने वह सिम अपने पिता राकेश को दे दिया था और उसी सिम से राकेश बदमाश से बात करता था । पूछताछ में खुलासा हुआ कि घटना के बाद पुलिस की लगातार छापामारी के डर से सारा जेवरात लेकर राकेश और रूपक नेपाल भाग गया है और फिलहाल नेपाल मे छुपा है। भागते समय राकेश ने पत्नी को मोबाइल से फोन कर बताया था कि तुम लोग जल्दी घर मे ताला मारकर निकल जाओ, पुलिस आयेगी । फिलहाल राकेश का पूरा परिवार फरार है। जिसकी पुष्टि मोबाइल के कॉल डिटेल से हुई है।
उन्होने बताया कि गत दिन घटना में शामिल अमरदीप और लॉज मालिक भवेश को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। बताया कि घटना के लाइनर अमरदीप ने पुलिस के पूछताछ में राकेश और रूपक का नाम छुपा लिया और दूसरे बदमाश का नाम घटना से जोड़ कर पुलिस को भ्रमित कर दिया। पुलिस रूपक की तलाश की तो वह घटना के दिन से ही फरार है। एसपी श्री कुमार ने बताया कि मां ज्वेलर्स डाका कांड में दस से अधिक बदमाश के शामिल होने का खुलासा हुआ है. पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि घटना के समय अमरजीत सहित तीन बदमाश घटनास्थल के आसपास सड़क पर रेकी कर रहे थे ।
गहरा रहा है दूकानदार पर भी पुलिस का शक
एसपी ने यह भी बताया कि पीडि़त दूकानदार राज कुमार सोनी ने घटना के बाद बार-बार नोटिस देने बाद भी आज तक घटना मे बदमाश कितने का और कौन कौन जेवरात ले गया की जानकारी नहीं दी है। मालूम हो कि घटना के बाद कयास लगाया जा रहा था कि बदमाश एक से दो करोड़ के जेवरात ले गए हैं। लेकिन पुलिस को दिये गये आवेदन में 15 से 16 लाख के जेवरात ले जाने की बात कही गयी. लेकिन पुलिस के द्वारा बार-बार सूचना देने के बाद भी पीड़ित द्वारा माल का डिटेल नही देने से पुलिस का शक गहराने लगा है।
गिरफ्तारी में थानाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह, अमर कुमार , धीरेन्द्र कुमार, कमांडो हेड विपिन, उदय, विकास, चुनमुन सिंह आदि शामिल थे । पत्रकार सम्मेलन में एसपी के अलावे थानाध्यक्ष और कमांडो दस्ता उपस्थित थे ।
इस रहस्य का खुलासा तब सामने आया जब घटना में शामिल एक शातिर बदमाश को पुलिस ने किया गिरफ्तार । घटना मे शामिल बदमाश की गिरफ्तारी को लेकर एसपी संजय कुमार ने सदर थाना में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में बताया कि 9 जनवरी को शहर के मां ज्वेलर्स डाका कांड में मधेपुरा पुलिस को एक महत्वपूर्ण कामयाबी मिली कि डाका कांड मे शामिल मो. सोएब को गिरफ्तार किया है ।
गुलजारबाग का राकेश और रूपक है मास्टर माइंड
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार सोयेब से पूछताछ में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि घटना का मास्टर माइंड शहर के गुलजारबाग का रहने वाला राकेश और रूपक है। एसपी ने बताया कि राकेश दिल्ली मे रहता है. पता चला है कि वह दिल्ली में कई घटना को अंजाम दे चुका है. दिल्ली मे आपराधिक घटना को अंजाम देकर दिल्ली पुलिस को चकमा देकर वहां से फरार हो जाता है ।
उन्होने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार मो. सोयेब ने बताया कि वह सहरसा मे ई-रिक्शा चलाता था इसी दौरान लगातार ग्राहक बनकर रिक्सा पर बैठने वाले राकेश से सम्पर्क हुआ था । घटना के तीन दिन पहले उसने बताया कि एक गोदाम में तीस लाख रूपये की लूट की घटना को अंजाम देने के बदले उसे दस लाख देगे और 15 हजार एडवांस भी दिया और दोनो बाइक से घटना स्थल पहुंचकर जगह को देख लिए ।
एसपी ने बताया कि घटना के फुटेज में जो बदमाश शामिल था वह सोयेब था, जिसे सहरसा पुलिस की मदद से सहरसा के नरियार से नाटकीय ढंग से गिरफ्तार किया है । पुलिस ने जब हरे रंग के स्वेटर के बारे में पूछा तो बताया कि गिरफ्तारी के डर से मेरी पत्नी ने स्वेटर में आग लगा कर नष्ट कर दिया।
एसपी ने बताया कि सोयेब की गिरफ्तारी के लिए कमांडो एक माह से प्रयासरत थे आखिरकार शनिवार की रात सफलता मिली है।
एसपी श्री कुमार ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि राकेश जिस मोबाइल से बदमाश से बात करता था, सोयेब से पता चला कि जब उस मोबाइल नम्बर का पता किया तो पता चला कि वह सिंहेश्वर के एक युवक है । पुलिस ने उस युवक को हिरासत में लिया तो पता चला कि युवक राकेश का रिश्तेदार है और उसका सिम बहुत पहले गुम हो गया था । पुलिस ने सच्चाई का पता लगाया तो पता चला कि युवक की पत्नी ने वह सिम अपने पिता राकेश को दे दिया था और उसी सिम से राकेश बदमाश से बात करता था । पूछताछ में खुलासा हुआ कि घटना के बाद पुलिस की लगातार छापामारी के डर से सारा जेवरात लेकर राकेश और रूपक नेपाल भाग गया है और फिलहाल नेपाल मे छुपा है। भागते समय राकेश ने पत्नी को मोबाइल से फोन कर बताया था कि तुम लोग जल्दी घर मे ताला मारकर निकल जाओ, पुलिस आयेगी । फिलहाल राकेश का पूरा परिवार फरार है। जिसकी पुष्टि मोबाइल के कॉल डिटेल से हुई है।
उन्होने बताया कि गत दिन घटना में शामिल अमरदीप और लॉज मालिक भवेश को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। बताया कि घटना के लाइनर अमरदीप ने पुलिस के पूछताछ में राकेश और रूपक का नाम छुपा लिया और दूसरे बदमाश का नाम घटना से जोड़ कर पुलिस को भ्रमित कर दिया। पुलिस रूपक की तलाश की तो वह घटना के दिन से ही फरार है। एसपी श्री कुमार ने बताया कि मां ज्वेलर्स डाका कांड में दस से अधिक बदमाश के शामिल होने का खुलासा हुआ है. पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि घटना के समय अमरजीत सहित तीन बदमाश घटनास्थल के आसपास सड़क पर रेकी कर रहे थे ।
गहरा रहा है दूकानदार पर भी पुलिस का शक
एसपी ने यह भी बताया कि पीडि़त दूकानदार राज कुमार सोनी ने घटना के बाद बार-बार नोटिस देने बाद भी आज तक घटना मे बदमाश कितने का और कौन कौन जेवरात ले गया की जानकारी नहीं दी है। मालूम हो कि घटना के बाद कयास लगाया जा रहा था कि बदमाश एक से दो करोड़ के जेवरात ले गए हैं। लेकिन पुलिस को दिये गये आवेदन में 15 से 16 लाख के जेवरात ले जाने की बात कही गयी. लेकिन पुलिस के द्वारा बार-बार सूचना देने के बाद भी पीड़ित द्वारा माल का डिटेल नही देने से पुलिस का शक गहराने लगा है।
गिरफ्तारी में थानाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह, अमर कुमार , धीरेन्द्र कुमार, कमांडो हेड विपिन, उदय, विकास, चुनमुन सिंह आदि शामिल थे । पत्रकार सम्मेलन में एसपी के अलावे थानाध्यक्ष और कमांडो दस्ता उपस्थित थे ।
मधेपुरा शहर के मां ज्वेलर्स डाका कांड में मास्टर माइंड का खुलासा, एक अपराधी गिरफ्तार
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 17, 2020
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