मधेपुरा शहर के वार्ड नंबर 7 आर्दश नगर में आज गुरूवार की सुबह एक प्राइवेट बिजली मिस्त्री की पोल पर बिजली कनेक्शन ठीक करने के दौरान अचानक हुई मौत पर मृतक के परिजन ने जमकर बवाल काटा.
परिजनों ने एन॰एच॰ 106 मधेपुरा-सिंहेश्वर पथ के टीपी कालेज के पास जाम कर यातायात पूरी तरह ठप कर दिया. जामकर रहे लोगो ने टायर जलाकर किया विरोध. आक्रोशित लोगो ने मृतक के परिजन को नौकरी और उचित मुआवजा की मांग कर रहे थे। जाम से राहगीर और स्कूली बच्चो की परेशानी को देखते आखिरकार पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस बल मंगाकर जाम कर रहे लोगों को खदेड़ दिया. जाम 6 घंटे बाद हुआ समाप्त।
मिली जानकारी के अनुसार सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत साहुगढ़ पंचायत के जानकी टोला निवासी सह प्राइवेट बिजली मिस्री सरोज यादव सुबह 8-9 बजे के बीच शहर के आदर्श नगर वार्ड नंबर 7 में बाधित विद्युत् की मरम्मत के लिए एक पोल पर चढ़ कर तार को जोड़ रहा था कि करेंट के चपेट मे आने उनकी मौत हो गई । शव कई घंटे तक पोल पर ही लटका रहा. घटना की सूचना आग की तरह शहर में फ़ैल गयी और देखते देखते सदर थाना पुलिस, मृतक के ग्रामीण और आसपास के लोग भारी संख्या में वहां जमा हो गए ।
दूसरी तरफ विद्युत् विभाग सूचना मिलते पोल से शव को उतारने के लिए क्रेन लेकर आई. शव उतारने के बाद मृतक के परिजन और ग्रामीण ने शव को लेकर टीपी कालेज एन एच सड़क को जाम कर यातायात पूरी तरह ठप कर दिया.
बीडीओ गौतम आर्य, थानाध्यक्ष प्रशान्त कुमार, साहुगढ़ पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अरविन्द यादव ने आंदोलन कर रहे लोगों को मनाने का काफी प्रयास किया, साथ ही उचित मुआवजा दिलाने की बात कही, लेकिन आंदोलनकारी मानने को तैयार नहीं थे । इस दौरान कई बार पुलिस पदाधिकारी से बहस भी हुई । जाम में एक मरीज ले जा रहे एम्बुलेंस को भी नही जाने देने पर रोगी के परिजन महिला ने काफी आरजू विनती की. लेकिन वे नहीं माने.
मौके पर तैनात बीडीओ ने आंदोलनकारियों से एम्बुलेंस ले जाने की बात कही लेकिन वे नही माने। लगभग पांच घंटे तक चले आंदोलन की आखिरकार थानाध्यक्ष ने एसपी, डीएम एसडीएम और एसडीपीओ से सम्पर्क कर घटना की जानकारी दी । उच्चाधिकारी से हरी झंडी मिलते थानाध्यक्ष ने विभिन्न थाना से अतिरिक्त पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल को मंगाया. फिर थाना मे रणनीति तय कर एसडीएम वृंदालाल और एसडीपीओ वशी अहमद के नेतृत्व में पहुंची पुलिस बल ने जाम कर रहे लोगों को खदेड़ दिया और पुलिस शव को अपने कब्जे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।
जाम इतना लम्बा था कि पुलिस को घंटों यातायात बहाल करने में मशक्कत करनी पड़ी । जाम से दिन भर यात्री परेशान दिखे, खासकर स्कूली बच्चों को भारी परेशानी हुई ।
विद्युत् विभाग की माने तो मृतक सरोज जहाँ बिजली ठीक करने गया था वह फिडर तीन था लेकिन उसने एक नम्बर फीडर समझा और इसी भूल के कारण घटना हुई । सरोज प्राइवेट मिस्त्री का काम करता था जिसका संचालन प्राइवेट ठीकेदार करता है। दूसरी ओर विद्युत् कर्मचारी और पदाधिकारी ने 25 हजार रूपये मृतक के परिजन को सहायता दी है ।
एसडीएम श्री लाल ने मृतक के परिजन को कबीर अंत्येष्ठी से तीन हजार, परिवार लाभ के तहत 25 हजार, सत्यार्थी योजना के तहत एक लाख रूपये के अलावे बिजली विभाग और अन्य योजना से मुआवजा दिलाने बात कही है । तत्काल कबीर अंत्येष्ठी और परिवार लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है।
एसडीपीओ श्री अमहद ने कहा जाम करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है, उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।
थानाध्यक्ष प्रशान्त कुमार ने कहा कि शव का पोस्टमार्टम कराकर शव को उनके परिजन को सौंप दिया गया है।
परिजनों ने एन॰एच॰ 106 मधेपुरा-सिंहेश्वर पथ के टीपी कालेज के पास जाम कर यातायात पूरी तरह ठप कर दिया. जामकर रहे लोगो ने टायर जलाकर किया विरोध. आक्रोशित लोगो ने मृतक के परिजन को नौकरी और उचित मुआवजा की मांग कर रहे थे। जाम से राहगीर और स्कूली बच्चो की परेशानी को देखते आखिरकार पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस बल मंगाकर जाम कर रहे लोगों को खदेड़ दिया. जाम 6 घंटे बाद हुआ समाप्त।
मिली जानकारी के अनुसार सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत साहुगढ़ पंचायत के जानकी टोला निवासी सह प्राइवेट बिजली मिस्री सरोज यादव सुबह 8-9 बजे के बीच शहर के आदर्श नगर वार्ड नंबर 7 में बाधित विद्युत् की मरम्मत के लिए एक पोल पर चढ़ कर तार को जोड़ रहा था कि करेंट के चपेट मे आने उनकी मौत हो गई । शव कई घंटे तक पोल पर ही लटका रहा. घटना की सूचना आग की तरह शहर में फ़ैल गयी और देखते देखते सदर थाना पुलिस, मृतक के ग्रामीण और आसपास के लोग भारी संख्या में वहां जमा हो गए ।
दूसरी तरफ विद्युत् विभाग सूचना मिलते पोल से शव को उतारने के लिए क्रेन लेकर आई. शव उतारने के बाद मृतक के परिजन और ग्रामीण ने शव को लेकर टीपी कालेज एन एच सड़क को जाम कर यातायात पूरी तरह ठप कर दिया.
बीडीओ गौतम आर्य, थानाध्यक्ष प्रशान्त कुमार, साहुगढ़ पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अरविन्द यादव ने आंदोलन कर रहे लोगों को मनाने का काफी प्रयास किया, साथ ही उचित मुआवजा दिलाने की बात कही, लेकिन आंदोलनकारी मानने को तैयार नहीं थे । इस दौरान कई बार पुलिस पदाधिकारी से बहस भी हुई । जाम में एक मरीज ले जा रहे एम्बुलेंस को भी नही जाने देने पर रोगी के परिजन महिला ने काफी आरजू विनती की. लेकिन वे नहीं माने.
मौके पर तैनात बीडीओ ने आंदोलनकारियों से एम्बुलेंस ले जाने की बात कही लेकिन वे नही माने। लगभग पांच घंटे तक चले आंदोलन की आखिरकार थानाध्यक्ष ने एसपी, डीएम एसडीएम और एसडीपीओ से सम्पर्क कर घटना की जानकारी दी । उच्चाधिकारी से हरी झंडी मिलते थानाध्यक्ष ने विभिन्न थाना से अतिरिक्त पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल को मंगाया. फिर थाना मे रणनीति तय कर एसडीएम वृंदालाल और एसडीपीओ वशी अहमद के नेतृत्व में पहुंची पुलिस बल ने जाम कर रहे लोगों को खदेड़ दिया और पुलिस शव को अपने कब्जे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।
जाम इतना लम्बा था कि पुलिस को घंटों यातायात बहाल करने में मशक्कत करनी पड़ी । जाम से दिन भर यात्री परेशान दिखे, खासकर स्कूली बच्चों को भारी परेशानी हुई ।
विद्युत् विभाग की माने तो मृतक सरोज जहाँ बिजली ठीक करने गया था वह फिडर तीन था लेकिन उसने एक नम्बर फीडर समझा और इसी भूल के कारण घटना हुई । सरोज प्राइवेट मिस्त्री का काम करता था जिसका संचालन प्राइवेट ठीकेदार करता है। दूसरी ओर विद्युत् कर्मचारी और पदाधिकारी ने 25 हजार रूपये मृतक के परिजन को सहायता दी है ।
एसडीएम श्री लाल ने मृतक के परिजन को कबीर अंत्येष्ठी से तीन हजार, परिवार लाभ के तहत 25 हजार, सत्यार्थी योजना के तहत एक लाख रूपये के अलावे बिजली विभाग और अन्य योजना से मुआवजा दिलाने बात कही है । तत्काल कबीर अंत्येष्ठी और परिवार लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है।
एसडीपीओ श्री अमहद ने कहा जाम करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है, उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।
थानाध्यक्ष प्रशान्त कुमार ने कहा कि शव का पोस्टमार्टम कराकर शव को उनके परिजन को सौंप दिया गया है।
करेंट से बिजली मिस्त्री की मौत, परिजनों ने किया जमकर बवाल, छ: घंटे एनएच जाम
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 24, 2019
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