विकास का मुद्दा क्यों हो जाता है गायब, क्या है जातीय आँकड़े और जानिए कौन बनेगा मधेपुरा का सांसद ?

एक तरफ जहाँ समूचे देश की नजर बिहार के मंडल मसीहा एवं समाजवाद की पावन धरती मधेपुरा 13 लोक सभा क्षेत्र पर है वहीँ मधेपुरा का चुनाव इस बार ख़ासा रोमांचक बनता जा रहा है.


दरअसल ये सवाल सबके जेहन में कौंध रहा है. मधेपुरा से कौन बनेगा सांसद? किसकी होगी सरकार ये तो जनता खुद करेगी तय, लेकिन इस चुनाव में जहाँ महागठबंधन से राजद उमीदवार शरद यादव चुनाव मैदान में है तो वहीँ एनडीए गठबंधन से जदयू उमीदवार सह बिहार सरकार के आपदा प्रबन्धन मंत्री दिनेश चन्द्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा गया है. साथ ही मधेपुरा के स्थानीय निवर्तमान सांसद सह जाप सुप्रीमो पप्पू यादव भी चुनावी दंगल में अपनी ताल ठोकते नजर आ रहे हैं. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि मधेपुरा 13 लोक सभा क्षेत्र में चुनाव त्रिकोणीय संघर्षमय हो चुका है.

बता दें कि इस लोक सभा क्षेत्र में आलमनगर, बिहारीगंज, मधेपुरा, सोनबरसा, सहरसा, और महिषी कुल 06 विधान सभा आते हैं. वहीँ अब हम इस लोक सभा चनाव क्षेत्र में एक नजर मतदाताओं पर भी डाल लेते हैं जहाँ कुल पुरुष एवं महिला मतदाताओं की संख्या लगभग 19 लाख है. 

साथ ही किस जाति के कितने हैं मतदाता है जाति आंकड़े पर भी डालते हैं एक नजर और किस उम्मीदवार के पास है कितनी संपति और किसके ऊपर है कितने मुकदमें. इस पर भी डालते हैं खास नजर.

अनुमानित जातीय समीकरण है इस प्रकार, जरा आप भी डालिए इस पर एक नजर.

यादव 3.5 से 4 लाख 19 से 22 प्रतिशत
मुस्लिम 2 से 2.5 लाख 11 से 13 प्रतिशत
ब्राह्मण 1.5 से 2 लाख 8 से 11 प्रतिशत
राजपूत 1 से 1.25 लाख 5 से 6 प्रतिशत
मुसहर 1 से 1.5 लाख 5 से 8 प्रतिशत
सहनी 50 से 80 हजार 3 से 4 प्रतिशत
कोयरी 80-90 हजार 4 प्रतिशत
धनुक 80-90 हजार 4 प्रतिशत 
कुर्मी 80 - 90 हजार 4 प्रतिशत
अन्य 5 से 5.50 लाख 30 प्रतिशत.


उमीदवार के संपत्ति का ब्यौरा इस प्रकार है:

                          [ वर्ष 2019 ]

01.एनडीए महागठबंधन से जदयू उमीदवार दिनेश चन्द्र यादव की शैक्षणिक योग्यता:-असैनिक अभियंत्रण {POLTEKNIC} वर्ष 1971
इनके पास खुद की चल सम्पति:- 01 करोड़ 83 लाख 92 हजार 134
पत्नी के नाम :-21 लाख 28 हजार 819, वहीँ अचल सम्पत्ति इस प्रकार है .
01 करोड़ 58 लाख 50 हजार.
पत्नी के नाम:-20 लाख .
मुकदमा:-00.00.
                                   [वर्ष:-2014]

02.महागठबंधन से वर्तमान में राजद उम्मीदवार शरद यादव की शैक्षणिक योग्यता:-मध्य प्रदेश के जबलपुर विश्वविद्यालय से बीटेक, वर्ष:-1970.
इनके पास खुद की चल संपत्ति:- 39 लाख 42 हजार 503
पत्नी के नाम से 01 करोड़ 67 लाख 57 हजार 139
बेटा के नाम से 09 लाख 46 हजार 749. वहीं अचल संपत्ति इस प्रकार है :-
खुद के नाम से 14 लाख 23 हजार 600, पत्नी के नाम;- 01 करोड़ 06 लाख 25 हजार .
मुकदमा:-OO.OO.
                                  [वर्ष 2019]
शरद यादव के खुद के नाम चल संपत्ति:- 47 लाख 49 हजार 368 .
पत्नी के नाम:- 01 करोड़ 11 लाख 29 हजार 322,
खुद के नाम अचल संपत्ति:- 02 करोड़ 64 लाख 85 हजार
पत्नी के नाम:-02 करोड़ 20 लाख
बेटा के नाम:-शून्य.

                                          [वर्ष:-2014]

                                  पप्पू यादव की संपत्ति ब्यौरा:-

03.मधेपुरा के स्थानीय निवर्तमान सांसद सह जाप सुप्रीमो राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव की शैक्षणिक योग्यता;-बीए .
इनके पास खुद की चल संपत्ति:- 21 करोड़ 97 हजार 93.84
पत्नी रंजित रंजन के नाम;- 03 करोड़ 73 हजार 172
खुद की अचल संपत्ति का मूल्य इस प्रकार है :- 02 करोड़ 50 लाख
पत्नी रंजित रंजन के नाम:- 03 करोड़ 50 लाख
बच्चे के नाम:- 02  करोड़ 10 लाख .
लंबित मुकदमा:- 24 

                                       [वर्ष:-2019]
 जाप सुप्रीमो उम्मीदवार राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू के नाम चल संपत्ति इस प्रकार है :-खुद के नाम 42 लाख 88 हजार 907
पत्नी के नाम:- 52 लाख 54 हजार 654. वही अचल संपत्ति इस प्रकार है .
खुद के नाम:- 03 करोड़ तथा पत्नी रंजित रंजन के नाम:- 04 करोड़ 50 लाख .
बच्चे के नाम:- 03 करोड़ 50 लाख .
लंबित मुकदमा:- 31.

बता दें कि मधेपुरा में हमेशा दलित, शोषित, पिछड़ा और मंडल मसीहा तथा समाजवाद के नाम पर राजनीत होती रही है. लेकिन चुनाव के दौरान स्थानीय लोग समाजवाद के नाम पर गोलबंद होकर जीत का ताज किसी एक उमीदवार को पहना देते हैं. हालाँकि खासकर मधेपुरा में विकास कोई खास मुद्दा नहीं बनता है यहाँ महज जातीय समीकरण के आधार पर स्थानीय लोग नेता चुन लेते हैं. अब देखना दिलचस्प होगा मधेपुरा के इस दंगल में त्रिकोणीय संघर्ष के बीच कौन मार लेता है बाजी? 

बहरहाल मधेपुरा का चुनाव काफी दिलचस्प है और कल मतदान होना है. एक तरफ जहाँ जाप सुप्रीमो राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव राजद के वोट बैंक पर जमकर सेंधमारी कर रहे हैं तो राजद उमीदवार शरद यादव के पक्ष में भी लालू यादव के नाम पर लोग गोलबंद होते नजर आ रहे हैं. वहीँ एनडीए के जदयू उमीदवार दिनेश चन्द्र यादव के पक्ष में बिहार के मुखिया नीतीश कुमार के नाम पर और केन्द्र एवं बिहार में हुए विकास के नाम पर स्थानीय लोग भी गोलबंदी में कहीं पीछे नहीं हटते दिख रहे हैं. अब देखना बड़ा दिलचस्प होगा आखिर क्या शरद यादव को पप्पू यादव दे सकते हैं मात? या फिर जदयू उमीदवार दिनेश चन्द्र यादव से पप्पू यादव को होता है कड़ा मुकाबला? 

अहम् सवाल तो ये भी उठता है कि मधेपुरा में जाति समीकरण के अलावे यादव जाति में किसनौत और मझरौठ यादव मतदाता होंगे निर्णायक वोट बैंक ? ये तो मतगणना के बाद ही हो पाएगा खुलासा. इन तमाम अटकलों के बावजूद किस करवट बैठता है ऊंट और किसके सर सजता है जीत का ताज. बस जरा सा इंतजार.
विकास का मुद्दा क्यों हो जाता है गायब, क्या है जातीय आँकड़े और जानिए कौन बनेगा मधेपुरा का सांसद ? विकास का मुद्दा क्यों हो जाता है गायब, क्या है जातीय आँकड़े और जानिए कौन बनेगा मधेपुरा का सांसद ? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 22, 2019 Rating: 5

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