वज्रगृह में बंद ईवीएम 23 मई को एक दर्जन प्रत्याशी पर करेंगे वज्रपात, जमानत बचाने के लिए चाहिए 1 लाख 85 हजार वोट

मधेपुरा लोकसभा 2019 के लिए 23 अप्रैल को शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराये जा चुके हैं और अब सबों को 23 मई का इन्तजार है जब वोटों की गिनती होगी.

मतदान के बाद बुधवार को को टीपी कॉलेज मधेपुरा स्थित बज्र गृह में सभी छह विधानसभाओं, मधेपुरा, आलमनगर, बिहारीगंज, सोनबरसा, सहरसा एवं महिषी के चुनाव के पश्चात ई वी एम, वीवीपैट एवं अन्य कागजात के जमा हो जाने के पश्चात सामान्य प्रेक्षक एवं जिला अधिकारी मधेपुरा तथा राजनीतिक दलों के अभ्यर्थियों प्रतिनिधियों की उपस्थिति में स्क्रुटनी के पश्चात बज्र गृह को सील कर दिया गया. 

मौके पर उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, अपर समाहर्ता मधेपुरा, निर्वाचन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, मधेपुरा अनुमंडल पदाधिकारी, उदाकिशनगंज एवं अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे. 

बता दें कि मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 18 लाख 84 हजार 844 है और मतदान का प्रतिशत लगभग 59.12 रहा. इस हिसाब से पूरे लोकसभा क्षेत्र में करीब 11 लाख 15 हजार वोटरों ने सभी तेरह प्रत्याशियों की किस्मत लिखने में जोश दिखा दिया है.

त्रिकोणीय संघर्ष के तीनों प्रमुख चेहरों के अलावे यदि और कोई प्रत्याशी सपने देख रहे हों, तो सपने देखने में बुराई नहीं. पर आशंका इस बात की तो है ही कि कहीं दो या तीन को छोड़ बाकी की जमानत न जब्त हो जाए. क्योंकि इस बार जमानत बचने के लिए भी करीब एक लाख 85 हजार वोटों की आवश्यकता होगी. 

वैसे जनता की नजर संघर्ष के तीनों प्रमुख प्रत्याशी पर है कि कौन कितने वोट ला पाता है और इनमें से किन दो की 23 मई को हो जाती है कम से कम पांच वर्षों के लिए बोलती बंद ?

वज्रगृह में बंद ईवीएम 23 मई को एक दर्जन प्रत्याशी पर करेंगे वज्रपात, जमानत बचाने के लिए चाहिए 1 लाख 85 हजार वोट वज्रगृह में बंद ईवीएम 23 मई को एक दर्जन प्रत्याशी पर करेंगे वज्रपात, जमानत बचाने के लिए चाहिए 1 लाख 85 हजार वोट Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 25, 2019 Rating: 5

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