मधेपुरा जिला के चौसा प्रखंड के राजस्व कचहरी का अंचल अधिकारी ने सोमवार को औचक निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान कार्यालय मिला बंद, बाहर बैठे मिले इन्तजार करते दर्जनों किसान। किसानों ने कहा यही हाल है इस कार्यालय का। अंचल अधिकारी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन।
मालूम हो कि अभी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की घोषणा के बाद किसानों का अपनी भूमि लगान चुकाने के लिए दूर दराज से आते हैं। लेकिन राजस्व कर्मचारी का आलम यह है कि 12 बजे दिन तक कार्यालय में ताला लटका हुआ रहता है । जिस की जानकारी अंचल अधिकारी आशुतोष कुमार को मिली. सूचना मिलने पर हकीकत का पता लगाने अंचल अधिकारी ने राजस्व कचहरी का औचक निरीक्षण किया। जिस में कचहरी के अलग अलग हल्के के चार कमरे में ताला लगा हुआ था और वक्त था दिन के 12 बजे।
वहां मौजूद दर्जनों किसान ने कहा कि यहां की यही हालत है । कचहरी बंद रहने की वजह से हम लोग घूम कर वापस चले जाते हैं और अगर कभी खुला भी रहता है तो दलालों का यहां राज चलता है।
अंचल अधिकारी ने दिया कार्रवाई का भरोसा
अंचल अधिकारी आशुतोष कुमार ने कहा कि यहां कुल 3 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिसमें से एक ऑफिस कार्य से जिला गए हुए हैं बाकी दो बिना सूचना के गायब हैं । इस से जवाब तलब कर कार्रवाई की जाएगी । बाकी अगर आप लोगों को किसी दलाल के बारे में पता चले तो मुझे आगाह करें, उसकी खैर नहीं, दलाल यहां का रास्ता भूल जाएगा ।
क्या है किसान सम्मान निधि योजना ?
इसे किसानों को आर्थिक मदद देने के उद्देश्य से शुरू की गई है । प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की घोषणा 2019-20 के अंतरिम बजट में की गई है। इसके तहत देश के ऐसे छोटे और सीमांत किसान जिनके पास दो हेक्टेयर से कम कृषि भूमि है, उन्हें तीन किस्तों में 6,000 रुपये की वार्षिक न्यूनतम आय दी जानी है। इस योजना का लाभ 12 करोड़ छोटे और सीमान्त किसानों को मिलेगा। जिसमें कहा जा रहा है कि इसके भी कई नियम हैं उसमे से एक भूमि का हाल का लगान भुगतान होना भी शामिल है।

सरकारी कार्यालय का हाल: एक तो बंद, उपर से सक्रिय रहते हैं दलाल
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 19, 2019
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