मधेपुरा के सिंहेश्वर में महावीर चौक स्थित राजेश गुप्ता के आवास पर त्रिदिवसीय तनाव प्रबंधन एवं सकारात्मक जीवन शैली अनुभूति शिविर अलविदा तनाव का उद्घाटन प्रजापति ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के प्रशिक्षक दीपक भाई के द्वारा किया गया.
इस अवसर पर प्रजापति ब्रह्म कुमार दीपक भाई ने कहा कि वर्तमान भागदौड़ की जिंदगी में लोग इतने व्यस्त हो चुके हैं कि अपनी जिंदगी में खुशहाली को ढूंढ नहीं पा रहे हैं. लोगों के पास पैसा है, गाड़ी है लेकिन खुशहाली नहीं है. उन्होंने कहा कि मन में चलने वाले हर नकारात्मक विचार शंका, कुशंका, ईष्या, घृणा, नफरत और अभिमान के कारण ही क्रोध अनेक वर्षों तक पश्चाताप का कारण बन जाता है. क्रोध के कारण आपसी मनमुटाव, संबंधों में रूखापन, मानसिक और शारीरिक बीमारी होती जा रही है.
वहीं दीपक भाई ने बताया कि सकारात्मक चिंतन क्रोध मुक्त बनने की संजीवनी बूटी है. सकारात्मक चिंतन से जीवन की समस्याओं का समाधान तो मिलता ही है और हर विपत्ति प्रस्तुति में सकारात्मक दृष्टिकोण के कारण आप तनाव मुक्त रह सकते हैं. सीमावर्ती क्षेत्र के प्रभारी रंजू दीदी ने अपने संबोधन में कहा कि आध्यात्मिक ज्ञान ही सकारात्मक विचारों का स्रोत है. स्वयं को यथार्थ जानना पिता परमात्मा को जानने अपने जीवन के असली उद्देश्य को जानना ही वास्तविक अध्यात्मिकता है.
सीमावर्ती क्षेत्र की क्षेत्र प्रभारी रंजू दीदी ने कहा कि आध्यात्मिकता द्वारा ही समस्या समाधान में बदल जाता है. अध्यात्मिक ज्ञान द्वारा आपसी भाईचारे में स्नेह पैदा होकर बुराई में भी अच्छाई देखने की आदत बन जाती है, जिससे हम क्रोध और तनाव मुक्त बन सकते हैं.
स्थानीय प्रभारी सेवा केन्द्र संचालिका ब्रह्म कुमारी माला बहन ने कहा कि क्रोध मूर्खता से प्रारंभ होता है और पश्चाताप पर खत्म होता है. क्रोध मुक्त बनने हेतु हमे रोजाना ईश्वर का चिंतन, गुणगाण कर आत्मबल और मनोबल को मजबूत कर क्रोध मुक्त, तनाव मुक्त बन सकते हैं.
कार्यक्रम का संचालन ब्रह्म कुमार किशोर भाई ने किया. मौके पर शिवप्रसाद टेकरीवाल, वर्तमान मुखिया मोहिनी देवी, उपेंद्र रजक, सेवानिवृत्त शिक्षक ललितेश्वर भगत, अजय कुमार गुप्ता, राजेश गुप्ता, राजेश कुमार झा, विनय वर्धन खोखा बाबू, ओम प्रकाश बाहेती, प्रमोद बिहारी, सीबीआई मैनेजर पीपरा सचिन कुमार सिंह, ओम प्रकाश भाई, किशोर भाई, बैजनाथ भाई इत्यादि सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे.
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiqR3UkkYBnB9EzPhNPaOiZAT5ZmVGa1vHkKxM893f-9IRqAI3iz2VCTKuuvZiSe_JtvfChXain5zEoxzRRGBxU8krrp_WG7AbcepVyLDHRPBVFP1DVmsEIYce0uIh-D562wzaxsifTud8/s1600/Dr+IC+Bahgat+SUB-EDITOR.jpg)
इस अवसर पर प्रजापति ब्रह्म कुमार दीपक भाई ने कहा कि वर्तमान भागदौड़ की जिंदगी में लोग इतने व्यस्त हो चुके हैं कि अपनी जिंदगी में खुशहाली को ढूंढ नहीं पा रहे हैं. लोगों के पास पैसा है, गाड़ी है लेकिन खुशहाली नहीं है. उन्होंने कहा कि मन में चलने वाले हर नकारात्मक विचार शंका, कुशंका, ईष्या, घृणा, नफरत और अभिमान के कारण ही क्रोध अनेक वर्षों तक पश्चाताप का कारण बन जाता है. क्रोध के कारण आपसी मनमुटाव, संबंधों में रूखापन, मानसिक और शारीरिक बीमारी होती जा रही है.
वहीं दीपक भाई ने बताया कि सकारात्मक चिंतन क्रोध मुक्त बनने की संजीवनी बूटी है. सकारात्मक चिंतन से जीवन की समस्याओं का समाधान तो मिलता ही है और हर विपत्ति प्रस्तुति में सकारात्मक दृष्टिकोण के कारण आप तनाव मुक्त रह सकते हैं. सीमावर्ती क्षेत्र के प्रभारी रंजू दीदी ने अपने संबोधन में कहा कि आध्यात्मिक ज्ञान ही सकारात्मक विचारों का स्रोत है. स्वयं को यथार्थ जानना पिता परमात्मा को जानने अपने जीवन के असली उद्देश्य को जानना ही वास्तविक अध्यात्मिकता है.
सीमावर्ती क्षेत्र की क्षेत्र प्रभारी रंजू दीदी ने कहा कि आध्यात्मिकता द्वारा ही समस्या समाधान में बदल जाता है. अध्यात्मिक ज्ञान द्वारा आपसी भाईचारे में स्नेह पैदा होकर बुराई में भी अच्छाई देखने की आदत बन जाती है, जिससे हम क्रोध और तनाव मुक्त बन सकते हैं.
स्थानीय प्रभारी सेवा केन्द्र संचालिका ब्रह्म कुमारी माला बहन ने कहा कि क्रोध मूर्खता से प्रारंभ होता है और पश्चाताप पर खत्म होता है. क्रोध मुक्त बनने हेतु हमे रोजाना ईश्वर का चिंतन, गुणगाण कर आत्मबल और मनोबल को मजबूत कर क्रोध मुक्त, तनाव मुक्त बन सकते हैं.
कार्यक्रम का संचालन ब्रह्म कुमार किशोर भाई ने किया. मौके पर शिवप्रसाद टेकरीवाल, वर्तमान मुखिया मोहिनी देवी, उपेंद्र रजक, सेवानिवृत्त शिक्षक ललितेश्वर भगत, अजय कुमार गुप्ता, राजेश गुप्ता, राजेश कुमार झा, विनय वर्धन खोखा बाबू, ओम प्रकाश बाहेती, प्रमोद बिहारी, सीबीआई मैनेजर पीपरा सचिन कुमार सिंह, ओम प्रकाश भाई, किशोर भाई, बैजनाथ भाई इत्यादि सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे.
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अलविदा तनाव: त्रिदिवसीय तनाव प्रबंधन एवं सकारात्मक जीवन शैली अनुभूति शिविर
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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December 23, 2018
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