'मधेपुरा के साथ हमने बिहार के लोगों की समृद्धि, रोजगार निर्माण और कुशलता का सपना देखा है': एलैन स्पोहर, प्रबंध निदेशक, एल्स्टॉम
मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, मधेपुरा के साथ महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किये।
मधेपुरा में आयोजित अपनी तरह के पहले रोजगार मेले में 430 स्थानीय उम्मीदवारों को प्रतिष्ठित कंपनियों में सफलतापूर्वक नियुक्त किया गया।
एल्स्टॉम ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मधेपुरा के युवाओं को कुशल बनाने और उनके लिये रोजगार के स्थानीय अवसर निर्मित करने की दिशा में काम करते हुए एल्स्टाॅम (इंडियन रेल्वेज के साथ अपनी संयुक्त उपक्रम कंपनी -एमईएलपीएल के माध्यम से) ने बिहार सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं, ताकि मधेपुरा के शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को औपचारिक रूप से गोद लिया जा सके।
इस समझौते के हिस्से के तौर पर, एल्स्टाॅम संस्थान की अधोसंरचना को उन्नत करेगा, फिटर और इलेक्ट्रिशियन टेªड्स की कक्षाओं को गोद लेगा, उन्हें व्यवहार कुशलता और व्यक्तित्व प्रशिक्षण देगा और उन्हें उद्योग के लिये तैयार करेगा। संस्थान के प्रशिक्षकों के लिये प्रशिक्षण के विशेष सत्र आयोजित किये जाएंगे, ताकि उन्हें उद्योग की नवीनतम जानकारी मिले, कैम्पस भर्ती को सहयोग मिले और आईटीआई परिसर में नये टूल्स के साथ अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी। एमओयू में यह भी निर्दिष्ट है कि सरकार कम से कम 25 प्रतिशत महिला अभ्यर्थियों को इलेक्ट्रिशियन और फिटर के प्रशिक्षण में सहयोग देगी, ताकि वह मधेपुरा स्थित संयंत्र में रोजगार के योग्य बन सकें। प्रशिक्षण अवधि के अंत में एमईएलपीएल मधेपुरा संयंत्र में प्रशिक्षुता कार्यक्रम के लिये आईटीआई से 300 विद्यार्थी (10 वर्षों के लिये प्रत्येक वर्ष 30 विद्यार्थी) लेगा। इन 300 विद्यार्थियों में से एमईएलपीएल 84 प्रशिक्षुओं को रोजगार देगा।
बताया गया कि एल्स्टाॅम ने इस माह मधेपुरा में एक रोजगार मेले का आयोजन भी किया था। मधेपुरा और उसके आस-पास के सात गांवों और कस्बों से रोजगार के इच्छुक 1200 लोगों ने इसमें भाग लिया और 12 कंपनियों और राज्य तथा केन्द्रीय कौशल विकास इकाइयों की प्रोजेक्ट इम्पलीमेन्टिंग एजेंसी (पीआईए) के प्रतिनिधि भी उपस्थित हुए। कंपनियों ने ब्लू काॅलर जाॅब्स और प्रशिक्षुता पदों की पेशकश की, जबकि पीआईए ने आवासीय प्रशिक्षण के अवसर प्रस्तुत किये, जिससे अभ्यर्थियों का प्लेसमेन्ट सुनिश्चित होगा। 6000 रू. प्रतिमाह से लेकर 17000 रू. प्रतिमाह वेतन की पेशकश की गई। कंपनियों ने प्रत्यक्ष रोजगार के लिये 198 अभ्यर्थियों को चुना और पीआईए ने प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिये 234 आवेदक चुने। कंपनियों ने चुने गये अभ्यर्थियों को औपचारिक नियुक्ति पत्र देने से पहले दस्तावेजों के सत्यापन के लिये समय दिया।
इस अवसर पर एल्स्टाॅम में भारत और दक्षिण एशिया के प्रबंध निदेशक एलैन स्पोहर ने कहा, ‘‘मधेपुरा में परियोजनायें स्थापित करने से कंपनियों का विकास तो होगा ही, इस क्षेत्र की स्थानीय अर्थव्यवस्था भी सुधरेगी। मधेपुरा के साथ हमने बिहार के लोगों की समृद्धि, रोजगार निर्माण और कुशलता का सपना देखा है और हम खुश है कि यह लक्ष्य धीरे-धीरे साकार हो रहा है।’’
भर्ती करने वाली कंपनियों में होपकेयर सर्विसेज इंडिया प्रा. लि., केपस्टन लिमिटेड, नवभारत फर्टिलाइजर्स लिमिटेड, कोहिनूर एग्रो साॅल्यूशंस, रूजा एनर्जी सिस्टम, श्री शिव होंडा, ओरियाॅन एज्युटेक प्रा. लि., माँ सरस्वती एज्युकेशन ट्रस्ट, अपोलो मेडिस्किल्स, एसआईएस सिक्योरिटीज शामिल हैं. (वि.)

एल्स्टॉम ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मधेपुरा के युवाओं को कुशल बनाने और उनके लिये रोजगार के स्थानीय अवसर निर्मित करने की दिशा में काम करते हुए एल्स्टाॅम (इंडियन रेल्वेज के साथ अपनी संयुक्त उपक्रम कंपनी -एमईएलपीएल के माध्यम से) ने बिहार सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं, ताकि मधेपुरा के शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को औपचारिक रूप से गोद लिया जा सके।
इस समझौते के हिस्से के तौर पर, एल्स्टाॅम संस्थान की अधोसंरचना को उन्नत करेगा, फिटर और इलेक्ट्रिशियन टेªड्स की कक्षाओं को गोद लेगा, उन्हें व्यवहार कुशलता और व्यक्तित्व प्रशिक्षण देगा और उन्हें उद्योग के लिये तैयार करेगा। संस्थान के प्रशिक्षकों के लिये प्रशिक्षण के विशेष सत्र आयोजित किये जाएंगे, ताकि उन्हें उद्योग की नवीनतम जानकारी मिले, कैम्पस भर्ती को सहयोग मिले और आईटीआई परिसर में नये टूल्स के साथ अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी। एमओयू में यह भी निर्दिष्ट है कि सरकार कम से कम 25 प्रतिशत महिला अभ्यर्थियों को इलेक्ट्रिशियन और फिटर के प्रशिक्षण में सहयोग देगी, ताकि वह मधेपुरा स्थित संयंत्र में रोजगार के योग्य बन सकें। प्रशिक्षण अवधि के अंत में एमईएलपीएल मधेपुरा संयंत्र में प्रशिक्षुता कार्यक्रम के लिये आईटीआई से 300 विद्यार्थी (10 वर्षों के लिये प्रत्येक वर्ष 30 विद्यार्थी) लेगा। इन 300 विद्यार्थियों में से एमईएलपीएल 84 प्रशिक्षुओं को रोजगार देगा।
बताया गया कि एल्स्टाॅम ने इस माह मधेपुरा में एक रोजगार मेले का आयोजन भी किया था। मधेपुरा और उसके आस-पास के सात गांवों और कस्बों से रोजगार के इच्छुक 1200 लोगों ने इसमें भाग लिया और 12 कंपनियों और राज्य तथा केन्द्रीय कौशल विकास इकाइयों की प्रोजेक्ट इम्पलीमेन्टिंग एजेंसी (पीआईए) के प्रतिनिधि भी उपस्थित हुए। कंपनियों ने ब्लू काॅलर जाॅब्स और प्रशिक्षुता पदों की पेशकश की, जबकि पीआईए ने आवासीय प्रशिक्षण के अवसर प्रस्तुत किये, जिससे अभ्यर्थियों का प्लेसमेन्ट सुनिश्चित होगा। 6000 रू. प्रतिमाह से लेकर 17000 रू. प्रतिमाह वेतन की पेशकश की गई। कंपनियों ने प्रत्यक्ष रोजगार के लिये 198 अभ्यर्थियों को चुना और पीआईए ने प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिये 234 आवेदक चुने। कंपनियों ने चुने गये अभ्यर्थियों को औपचारिक नियुक्ति पत्र देने से पहले दस्तावेजों के सत्यापन के लिये समय दिया।
इस अवसर पर एल्स्टाॅम में भारत और दक्षिण एशिया के प्रबंध निदेशक एलैन स्पोहर ने कहा, ‘‘मधेपुरा में परियोजनायें स्थापित करने से कंपनियों का विकास तो होगा ही, इस क्षेत्र की स्थानीय अर्थव्यवस्था भी सुधरेगी। मधेपुरा के साथ हमने बिहार के लोगों की समृद्धि, रोजगार निर्माण और कुशलता का सपना देखा है और हम खुश है कि यह लक्ष्य धीरे-धीरे साकार हो रहा है।’’
भर्ती करने वाली कंपनियों में होपकेयर सर्विसेज इंडिया प्रा. लि., केपस्टन लिमिटेड, नवभारत फर्टिलाइजर्स लिमिटेड, कोहिनूर एग्रो साॅल्यूशंस, रूजा एनर्जी सिस्टम, श्री शिव होंडा, ओरियाॅन एज्युटेक प्रा. लि., माँ सरस्वती एज्युकेशन ट्रस्ट, अपोलो मेडिस्किल्स, एसआईएस सिक्योरिटीज शामिल हैं. (वि.)
'मधेपुरा के साथ हमने बिहार के लोगों की समृद्धि, रोजगार निर्माण और कुशलता का सपना देखा है': एलैन स्पोहर, प्रबंध निदेशक, एल्स्टॉम
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 28, 2018
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