बड़ी सफलता: मोस्ट वांटेड सुपारी किलर और पूर्व नक्सली सरदार सुदामा यादव चढ़ा पुलिस के हत्थे

मधेपुरा जिला के चौसा पुलिस प्रशासन को एक बहुत बड़ी सफलता मिली है। दो देशी बन्दूक (मास्केट), दो देशी पिस्तौल और पच्चीस जिन्दा कारतूस के साथ पूर्णिया, भागलपुर एवं खगड़िया जिले के सीमावर्ती कोशी दियारा का आतंक माने जाने वाले कुख्यात अपराधी सुदामा यादव को बीती रात छापामारी कर उदाकिशुनगंज अनुमंडल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।


आज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सीपी यादव ने प्रेस वार्ता में बताया कि सुदामा यादव एक मोस्ट वांटेडअपराधी है जिसपर चौसा थाना में करीब 12 और अन्य थाने में भी मामले दर्ज है। सुदामा पर चौसा थाना कांड संख्या 56 /2001, चौसा थाना कांड संख्या 62/ 2001, चौसा थाना कांड संख्या 59 /2002, चौसा थाना कांड संख्या 3 2003, चौसा  थाना कांड संख्या 54 /2003, चौसा थाना कांड संख्या 55/ 2003, चौसा थाना कांड संख्या 78/ 2003, चौसा थाना कांड संख्या 6 /2004, चौसा थाना कांड संख्या 47 /2004, चौसा थाना कांड संख्या 34 /2013, चौसा थाना कांड संख्या 62 /2013, चौसा थाना कांड संख्या 171 /2014, बिहारीगंज थाना कांड संख्या 108 /2014, भवानीपुर थाना कांड संख्या 3 /2003 दर्ज हैं जो लूट, हत्या, डकैती जैसे जघन्य  मामलों से सम्बंधित है। 

जानकारी दी गई कि सुदामा यादव एक सुपारी किलर है और पैसे के लिए किसी की हत्या करना इस के लिए आम बात थी। मधेपुरा पुलिस को इस की तलाश बहुत दिनों से थी। बीती रात चौसा थाना अध्यक्ष सुमन कुमार सिंह को सूचना मिली कि सुदामा यादव और उनके सहयोगी किसी अपराध को अंजाम देने के लिए अपने घर रसलपुर धुरिया पंचायत के सौतारी में अपने कुछ सहयोगी के साथ अपराध का मंसूबा बना रहा है। चौसा पुलिस ने इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक मधेपुरा को दी और पुलिस अधीक्षक मधेपुरा ने अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक सीपी यादव के नेतृत्व में पुलिस छापामारी दल का गठन किया गया। जिसमें चौसा थाना के थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह, आलमनगर थानाध्यक्ष सुनील कुमार, फुलौत ओपी अध्यक्ष महेश कुमार रजक, उदाकिशुनगंज थाना के फारूक अली, पुलिस बल जयप्रकाश कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार सिंह, गुड्डू कुमार, ग्रामीण पुलिस मृत्युंजय कुमार, मनोज कुमार पासवान, श्यामदेव पासवान को टीम में शामिल किया गया। 
बीती रात घनघोर बारिश होने के बावजूद भी पुलिस ने हिम्मत नहीं हारी और सुदामा यादव के घर की घेराबंदी की। सुदामा यादव और उसके सहयोगी मिथुन यादव को पुलिस गिरफ्त में ले लिया गया।उसके पास से ही दो देशी बन्दूक, दो देशी पिस्तौल और 25 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है।

अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक सीपी यादव ने बताया कि कुख्यात अपराधी सुदामा यादव मधेपुरा,पूर्णिया एवं भागलपुर जिले में हत्या, लूट, अपहरण जैसे संगीन दर्जनों मामले दर्ज हैं।  सुदामा यादव की गिरफ्तारी से कोशी दियारा क्षेत्र में अपराध कम होगा। मालूम हो कि कुख्यात अपराधी सुदामा यादव वर्षों पूर्व नक्सली गिरोह का मुख्य सरदार माना जाता था। बाद के दिनों में नार्थ बिहार लिबरेशन आर्मी के सदस्य बने। जो सुपारी किलर के नाम से प्रचलित था। किसी की भी हत्या करनी हो तो सुदामा यादव को लोग सुपारी देते थे और यह आराम से उसकी हत्या कर दिया करते थे । कोसी दियारा क्षेत्र में सुदामा यादव का एक आतंक था। सुदामा यादव मकदुमपुर के पूर्व मुखिया रामचंद्र मंडल और राजद नेता प्रमोद कुमार यादव की हत्या में भी शामिल था । जिससे लोगों में भय का माहौल व्याप्त हो गया था। इन दिनों सुदामा यादव अपने गांव में भी खुलेआम हथियार लेकर के प्रदर्शन किया करता था ताकि कोई भी लोग इन के डर से मुंह खोल पाए। पर आखिरकार सुदामा पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया.
बड़ी सफलता: मोस्ट वांटेड सुपारी किलर और पूर्व नक्सली सरदार सुदामा यादव चढ़ा पुलिस के हत्थे बड़ी सफलता: मोस्ट वांटेड सुपारी किलर और पूर्व नक्सली सरदार सुदामा यादव चढ़ा पुलिस के हत्थे Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 25, 2018 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.