बदहाल विद्युत् आपूर्ति: छात्र राजद ने अनियमित विद्युत आपूर्ति पर कनीय अभियंता को सौंपा मांग-पत्र

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज में बिजली विभाग की अनियमित विद्युत आपूर्ति नए संचरण लाइन में लगाए गए इंसुलेटर और डेस्क के जांच की मांग कर रहे हैं शहरवासी. 


अगर बिजली की समस्या में नहीं हुआ सुधार तो नए संचरण लाइन के गुणवत्ता की उच्चस्तरीय जांच की मांग की जाएगी.

जैसे-जैसे गर्मी के पारे चढ़ते जाते हैं, बिजली की आंख-मिचौली एवं कटौती से मुरलीगंज के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आपूर्ति व्यवस्था बिल्कुल चरमराती जाती है. इससे सभी आमजन परेशान हैं. जैसे-जैसे उमस बढ़ रही है, वैसे-वैसे बिजली की आंख-मिचौली शुरू हो गयी है. दिन हो या रात घंटों बिजली गुल रहती है. बिजली आती भी है तो लो-वोल्टेज की समस्या बनी रहती है. ऐसे में लोगों का दिन पंखा झेल कर गुजर रहा है, तो रातें करवटें बदल-बदल कर. लेकिन मुरलीगंज विद्युत उपकेंद्र द्वारा 10 घंटे से 12 घंटे पिछले 2 दिनों से आपूर्ति की जा रही है. विभाग बिजली की समस्या से निजात दिलाने के प्रति गंभीर नहीं है, गरमी के बढ़ते ही बिजली की आंख-मिचौली शुरू हो गयी है. बिजली गुल रहने के कारण शहरवासियों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है. एक तरफ लोग गरमी से बेहाल हैं, तो दूसरी तरफ रोजमर्रा की जिन्दगी पटरी से उतरने लगी है. लेकिन बिजली विभाग, बिजली की समस्या से निजात दिलाने में बिल्कुल भी गंभीर नहीं है. पिछले तीन-चार रातों से  लगभग चार घंटे बिजली गुल रही है. शाम में 6:00 बजे बिजली जाने के बाद रात को 11:00 और 12:00 बजे के बीच ही आती है. और आती भी है तो कुछ घंटे रहने के बाद फिर गुल हो जाती है. बिजली गुल रहने से शहर के अधिकांश मोहल्लों में अँधेरा पसरा रहता है, जो कि चोरों के लिए वरदान साबित हो सकता है.

सरकार द्वारा शहरों में केरोसिन आपूर्ति बंद किए जाने के कारण अधिकांश मोहल्ले अंधेरे के साए में रातों में पड़े रहते हैं. यहाँ तक कि लोग अँधेरे में घरों में ठीक से भोजन भी नहीं  बना पाते हैं. मुरलीगंज नगर पंचायत के वार्ड नं. 5,8,10,13 और 14 में बिजली नहीं रहने के कारण लोगों की रातें करवटे बदल कर बीती. छात्र व मरीज भी रह रहे परेशान, बिजली की आंख-मिचौली से छात्र तो परेशान हैं हीं और अस्पताल में भर्ती मरीजों की समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है. एक तरफ वे बीमारी से परेशान हैं, तो दूसरी तरफ गरमी से बेहाल. शट-डाउन का चलता है खेल तो कभी लोडशेडिंग के आधार पर आपूर्ति का खेल चलता रहता है. ग्रीड में पर्याप्त विद्युत आपूर्ति के बावजूद बिजली की समस्या दिन-रात बनी ही रहती है. इसके कारण बार-बार शट-डाउन, फाल्ट, फ्यूज आदि का खेल चलता ही रहता है. जिससे बिजली की आपूर्ति निर्बाध नहीं होती है. इस उमस भरी गरमी में लोग बेहाल व परेशान हैं. खास बातें पिछले एक सप्ताह से कि, रात करीब चार घंटे गुल रही बिजली, अँधेरे में डूबे रहे शहर के अधिकांश मोहल्ले, दिन हो या रात बिजली रहने के बावजूद भी वोल्टेज की मार बनी रहती है. कभी वोल्टेज कम, तो कभी ज्यादा रहता है. वोल्टेज की समस्या से लोग दिन-रात बेहाल रहते हैं. लो-वोल्टेज रहने के कारण बिजली रहने के बावजूद भी लोगों को हाथ से पंखा झेलना पड़ता है, तो रात भी जाग कर बितानी पड़ रही है.

छात्र राजद ने कहा कि, बिजली की स्थिति में अगर अविलम्ब सुधार नहीं हुआ तो हम सभी साथी बिजली विभाग के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे.
छात्र राजद अध्यक्ष राजदीप कुमार ने कहा है कि यह बिजली विभाग की मनमानी है, जो कि 24 घंटे में 03 घंटे  बिजली रहती है. यह स्थिति ग्राम पंचायत से लेकर नगर पंचायत की भी है. जिसको लेकर आज हम लोग मांग-पत्र सौंपे हैं और मौके पर जे.ई. साहब भी अपने कार्यालय में नहीं मिले. छात्र राजद अध्यक्ष द्वारा उनसे संपर्क करने पर यह आश्वासन दिया गया कि बिजली की स्थिति 24 घंटे के अंदर सुधार कर दिया जाएगा.

मौके पर मौजूद वरिष्ठ छात्र नेता रौबिन्स कुमार यादव, अंकेश अमन, हर्ष कुमार, मिलन कुमार, कुंदन कुमार, अंकित आनंद, रोशन कुमार, दिलखुश कुमार, रूपेश कुमार, सौरव कुमार, प्रिंस कुमार, प्रीतम यादव, रणबीर कुमार यादव, बिट्टू यादव, मुकुल यादव ,प्रमोद कुमार, शंभु चौधरी, नवीन कुमार मंडल, भानु ऋषि देव, रसूल खान, महफूज आलम एवं समस्त छात्र राजद परिषद के कार्यकर्ता मौजूद थे.
(रिपोर्ट: संजय कुमार)
बदहाल विद्युत् आपूर्ति: छात्र राजद ने अनियमित विद्युत आपूर्ति पर कनीय अभियंता को सौंपा मांग-पत्र बदहाल विद्युत् आपूर्ति: छात्र राजद ने अनियमित विद्युत आपूर्ति पर कनीय अभियंता को सौंपा मांग-पत्र Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 18, 2018 Rating: 5

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